भारत और चीन के बीच मई के महीने से विवाद जारी है, आपको बता दें 15 जून को जिस जगह पर दोनों देशों की सेनाएं आमने-सामने आई थीं, अब वहां से चीनी सेना करीब एक किमी. पीछे हट गई है। सेनाओं के बीच लगातार चीनी सैनिकों को पीछे हटाने की बैत चल रही थी, ऐसे में ये पहला पड़ाव माना जा रहा है.

जून के पहले हफ्ते में दोनों देशों के बीच बातचीत का सिलसिला शुरू हुआ, जहां पर सैन्य स्तर पर बात हुई. लेकिन 15 जून को इसी दौरान गलवान घाटी में हिंसक झड़प हुई, जिसमें भारतीय सेना के 20 जवान शहीद हो गए थे. चीन को भी बड़ा नुकसान हुआ, लेकिन उसने कभी इसे नहीं माना.

सूत्रों की मानें, तो दोनों देशों की सेना ने रिलोकेशन पर सहमति जाहिर की है और सेनाएं मौजूदा स्थान से पीछे हटी हैं. गलवान घाटी के पास अब बफर जोन बनाया गया है, ताकि किसी तरह की हिंसा की घटना फिर ना हो पाए.

चीनी सेना ने अपने टेंट, गाड़ी और सैनिकों को पीछे हटाना शुरू कर दिया है. कॉर्प्स कमांडर लेवल की बातचीत में यही तय हुआ था. आर्मी के सूत्रों के अनुसार, चीनी करीब एक किमी. पीछे गए हैं, जो भारतीय हिस्से से देखा जा सकता है. हालांकि, गलवान घाटी में काफी पीछे तक चीन ने अपना साजो सामान रखा हुआ है. इसके बाद दोनों सेनाओं में आगे की बात भी हो सकती है.