जम्मू कश्मीर को लेकर आज केंद्र सरकार ने बड़ा फैसला लेने का ऐलान किया है। केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि जम्मू कश्मीर के मुद्दे पर वहां के समाज के विभिन्न वर्गों से बातचीत की प्रक्रिया शुरू की जाएगी। पूर्व आईबी प्रमुख दिनेश्वर शर्मा केंद्र की ओर से प्रतिनिधित्व करेंगे। दिनेश्वर शर्मा जम्मू-कश्मीर की राजनीतिक पार्टियों के चयनित प्रतिनिधियों, अलग-अलग संस्थाओं और लोगों से बात करेंगे जिसके बाद वह केंद्र सरकार को रिपोर्ट सौपेंगे।
The Prime Minister’s statement had clearly underlined our government’s policy and intention towards Jammu and Kashmir: HM
— HMO India (@HMOIndia) October 23, 2017
जम्मू-कश्मीर की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने केंद्र सरकार के इस फैसले का स्वागत किया है।
गृह मंत्री ने कहा कि दिनेश्वर शर्मा को बातचीत करने की पूरी आजादी होगी। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री कश्मीर मसले को लेकर संजीदा हैं। राजनाथ ने कहा कि दिनेश्वर शर्मा को कैबिनेट सेक्रटरी का दर्जा मिलेगा। उन्होंने बताया कि बातचीत की कोई सीमा नहीं है और शर्मा तय करेंगे कि किससे बात करनी है।
मूल रूप से बिहार के रहने वाले दिनेश्वर शर्मा केरल कैडर के आइपीएस अधिकारी हैं और 31 दिसंबर 2016 को आइबी चीफ के पद से सेवानिवृत्त हुए हैं। केंद्र के वार्ताकार के रूप में दिनेश्वर शर्मा कैबिनेट सेक्रेटरी रैंक को धारण करेंगे।
राजनाथ सिंह ने इस बात पर जोर दिया कि केंद्र के वार्ताकार के रूप में दिनेश्वर शर्मा वहां के युवाओं की अपेक्षाओं को विशेष तौर पर समझने की कोशिश करेंगे। गृहमंत्री ने बताया कि वार्ता के बाद वे केंद्र सरकार एवं जम्मू कश्मीर सरकार से उसे साझा करेंगे। राजनाथ सिंह ने कहा है कि साफ नीयत व नीति से वार्ता होगी और दिनेश्वर शर्मा को कामकाज क पूरी आजादी होगी।
इससे पहले भी गृहमंत्री कश्मीर में सभी पक्षों से बातचीत करने की बात कह चुके हैं। सितंबर में गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने जम्मू कश्मीर यात्रा पर जाने से पहले कहा था कि वह खुले दिमाग से कश्मीर दौरे पर जाएंगे। इससे पहले पूर्व केंद्रीय मंत्री और वरिष्ठ बीजेपी नेता यशवंत सिन्हा ने भी अलगाववादियों से बातचीत की वकालत की थी।