इजराइल और फिलिस्तीन के बीच वार थम गया है। 10 मई से चल रहे इस वार में 213 फिलिस्तीनी और 17 इजराइली नागरिकों की जान चली गई है। युद्धविराम की खबर सुनते ही दुनियाभर के नेताओं और संस्थाओं ने स्वागत किया है।
इजरायली सुरक्षा कैबिनेट ने गुरुवार को सर्वसम्मति से द्विपक्षीय बिना शर्त युद्धविराम के लिए मिस्र की पहल पर सहमति जताई। दोनों ने देशों ने नुकसान को झेलने के बाद युद्ध को रोक दिया है।
संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरस ने इजरायल और फिलिस्तीन के बीच संघर्ष विराम का स्वागत किया और सभी पक्षों से इसका पालन करने का आह्वान किया। गुटेरस ने गुरुवार को कहा, ‘मैं 11 दिनों की घातक शत्रुता के बाद गाजा और इजरायल के बीच संघर्ष विराम का स्वागत करता हूं। मैं सभी पक्षों से युद्धविराम का पालन करने का आह्वान करता हूं।’
ब्रिटेन के विदेश सचिव डॉमिनिक रैब ने भी दोनों देशों के बीच सीजफायर का स्वागत किया और कहा कि सभी पक्षों को संघर्ष विराम को कायम रखने और हिंसा के अस्वीकार्य चक्र और नागरिक जीवन के नुकसान को समाप्त करने के लिए काम करना चाहिए। ‘इजरायल और गाजा में संघर्ष विराम की खबर का स्वागत है। सभी पक्षों को संघर्ष विराम को टिकाऊ बनाने के लिए काम करना चाहिए और हिंसा और नागरिक जीवन के नुकसान के अस्वीकार्य चक्र को समाप्त करना चाहिए। ब्रिटेन शांति लाने के प्रयासों का समर्थन करना जारी रखता है।’
मंगलवार को संयुक्त राष्ट्र महासभा ने इजरायल-फिलिस्तीनी संघर्ष पर एक आपात बैठक की। इसके बाद, इजरायली सुरक्षा कैबिनेट ने सर्वसम्मति से द्विपक्षीय बिना शर्त युद्धविराम के लिए मिस्र की पहल को अपनाया। स्पुतनिक ने बताया कि हमास ने भी संघर्ष विराम का पालन करने की अपनी योजना की पुष्टि की है।
बता दें कि, दोनों देश के बीच लड़ाई लंबे समय से चली आ रही है लेकिन 10 मई को इस लड़ाई ने भयानक रुप धारण कर लिया है। इस हिंसक लड़ाई की शुरुआत फिलिस्तीन ने की , जब गाजा पट्टी से हमास ने करीब 3500 रॉकेट दागे थे। इसमें से अधिकतर रॉकेट को इजरायल के आयरन डोम ने हवा में ही तबाह कर दिया था, लेकिन कुछ रॉकेट आबादी में गिरे थे, जिसके कारण तबाही हुई थी।