योगी सरकार ने जब से उत्तरप्रदेश की जिम्मेदारी ली है तब से एक के बाद एक नए फैसले बनते जा रहे है। सरकार के यह फैसले आम लोगों के साथ-साथ गरीब लोगो के हित में भी है। योगी सरकार ने शुक्रवार की देर रात कई फैसले लिये जिसमें चीनी मिल घोटाला भी शामिल था। सीएम योगी आदित्यनाथ नें कहा कि चीनी मिल घोटालों की जांच की जाएगी और अगर जरुरत पड़ी तो इसकी सीबीआई जांच भी हो सकती है। योगी के फैसले के बाद शायद गन्ना किसानों के अच्छे दिन की उम्मीद जगी है।
मायावती के राज में 21 चीनी मिलों को बेचने में 1100 करोड़ रुपये का घोटाला हुआ था जिसमें सीएम योगी आदित्यनाथ का कहना है कि “किसी भी व्यक्ति को सरकारी संपत्ति को फालतू दामों पर बेचने का कोई हक नहीं है। यह जनता की संपत्ति है और इसका दुरुपयोग नहीं होना चाहिये।“ शुक्रवार को देर रात तक योगी सरकार ने कृषि , गन्ना और पशुधन विभागों की प्रजेंटेशन ली। बता दे कि इस बैठक में गन्ना किसानों का भुगतान 23 अप्रैल तक करने का आदेश दिया गया है। और गन्ना किसानों की परेशानी को सुलझाने के लिए एक टोल फ्री नंबर भी लांच करने का आदेश दिया गया है।
गौरतलब है कि गन्ना किसानों से पहले योगी सरकार ने कई बड़े और अहम् फैसले लिए हैं जिनमें नॉएडा के जेवर में एयरपोर्ट को मंजूरी,14 अप्रैल से हर जिला मुख्यालय को 24 घंटे बिजली,अवैध कत्लखानों पर सख्ती,एंटी रोमियो दल,अधिकारियों से सम्पति का ब्यौरा मांगे जाने सहित गरीब लोगो को ध्यान में रखते हुए जगह जगह सस्ते दामों पर भोजन और नास्ता उपलब्ध कराने के लिए कैंटीन खोलने का फैसला शामिल है।