भारत, स्वदेशी ज्ञान कौशल से निर्मित अंतरमहाद्विपीय बैलेस्टिक मिसाइल अग्नि-5 का आज सुबह 9:54 बजे सफलता पूर्वक परीक्षण होने से दुनिया का पांचवां देश बन गया है। इसके विकसित अभी तक अमेरिका, रूस, फ्रांस, चीन के पास ही ऐसी मिसाइल हैं। तीन चरणों में ठोस प्राणोदक से चलने वाले अग्नि-5 को एकीकृत परीक्षण क्षेत्र के परिसर चार से सुबह 9:43 बजे हवा में उड़ाया गया।

आज इस मिसाइल के परीक्षण के मौके पर रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) तथा अंतरिम परीक्षण परिषद (आईटीआर) से जुड़े वरिष्ठ अधिकारी एवं वैज्ञानिकों का दल मौके पर मौजूद था। सूत्रों की माने तो अब्दुल कलाम द्वीप से उड़ा यह अग्नि-5 मिसाइल हिन्द महासागर में अचूक निशाना लगाने में सफल हुआ है। इस मिसाइल के सफल परीक्षण ने भारत को चीन जैसे पड़ोसी पर नकेल साधने में मदद मिलेगी। मोदी सरकार के मंत्री पर इस मौके पर देश के वैज्ञानिकों को बधाई दने में पीछे नहीं रहे।

इसका पहला परीक्षण सन 2012, दूसरा परीक्षण 2013, तीसरा परीक्षण 2015, चौथा परीक्षण 2016 और आज 18 जनवरी 2018 को इसका सफल परीक्षण किया गया है। यब इस साल का पहला मिसाइल परीक्षण था जो सफल रहा। पिछले साल भी इस क्षेत्र में कई उपलब्धियां हासिल हुईं। एक नजर डालते है पिछले साल की चुनिंदा उपलब्धियों पर….

2 जनवरी: अग्नि 4 मिसाइल अग्नि-4 परमाणु हथियार ले जाने में सक्षम 20 लम्बी 1 मीटर चौड़ी वाली यह मिसाइल डेढ़ टन विस्फोटक ढोने की क्षमता रखती है। 3 हजार किमी. तक प्रहार करने की ताकत रखती है।

12 जनवरी : पिनाका राकेट पिनाका राकेट नेवीगेशन गाइडेड और कंट्रोल कीट से लैश है। इसकी मारक क्षमता अलग-अलग है। 24 जनवरी को दोबारा इसका सफल परीक्षण किया गया।

11 फरवरी : इंटरसेप्टर मिसाइल यह मिसाइल किसी भी बैलेस्टिक मिसाइल को मार गिराने की ताकत रखती है। एक मार्च को पुन: इसका सफल परीक्षण किया गया। 28 दिसंबर को इस  मिसाइल का दोबारा सफलतापूर्वक परीक्षण किया गया।

11 मार्च : ब्रह्मोस क्रूज मिसाइल 8.5 मीटर लंबी 0.6 मीटर चौड़ी एवं 3000 किलोग्राम वजन वाली यह मिसाइल 300 किलोमीटर तक मार करने की ताकत रखती है। 300 किलोग्राम विस्फोटक ढोने की क्षमता भी है। 22 नवंबर को फिर से इसका का सफल परीक्षण किया गया।

3 जुलाई : क्विक रिएक्शन सरफेस-टू एयर मिसाइल यह मिसाइल त्वरित प्रतिक्रिया के साथ सतह से हवा में प्रहार करने में सक्षम है।

15 सितम्बर : अस्त्र मिसाइल संपूर्ण स्वदेशी तकनीक से निर्मित यह प्रक्षेपास्त्र 30 से 40 किलोमीटर तक प्रहर करने की क्षमता रखती है।

3 नवंबर : गाइडेड बम (एसएएडब्ल्यू) यह प्रक्षेपास्त्र हवाई पट्टियों को ध्वस्त करने वाले देश में ही बनाया गया हल्का गाइडेड यानी निर्देशित बम है।

7 नवंबर : निर्भय मिसाइल यह मिसाइल स्वदेशी क्रूजज मिसाइल है। इसकी मारक क्षमता 1 हजार किलोमीटर से अधिक है। इसे मोबाइल लांचर केजरिए दागा जाता है।

5 दिसंबर : आकाश मिसाइल इस प्रक्षेपास्त्र के परीक्षण से वायु सुरक्षा के कवच में एक महत्वपूर्ण सफलता मिली। यह प्रक्षेपास्त्र सतह से हवा में मार करने वाला प्रक्षेपास्त्र है।

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