नेशनल कांफ्रेंस (एनसी) के उपाध्यक्ष एवं जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने बुलंदशहर में हिंसा के दौरान पथराव के आरोपी एवं हिंसा में मारे गये एक व्यक्ति के परिजनों को योगी आदित्यनाथ उत्तर प्रदेश की भारतीय जनता पार्टी सरकार की ओर से 10 लाख रुपये की सहायता राशि दिये जाने की कड़ी आलोचना की है। अब्दुल्ला ने शुक्रवार को ट्वीट कर कहा,“कश्मीर में पुलिसकर्मियों की हत्या करने वाले और उनसे हथियार लूटने वाले लोगों को आतंकवादी करार दिया जाता है जबकि उत्तर प्रदेश में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ऐसे हत्यारों एवं लुटेरों को ‘हीरो’ का दर्जा दे रही है।”

एनसी उपाध्यक्ष ने भाजपा नीत उत्तर प्रदेश सरकार की बुलंदशहर में तीन दिसंबर को पुलिसकर्मियों पर हुए पथराव के मुख्य आरोपी एवं हिंसा में मारे गये व्यक्ति को 10 लाख रुपये सहायता राशि देने संबंधी घोषणा की तीखी आलोचना की।

अब्दुल्ला एक ट्वीट पर प्रतिक्रिया व्यक्त कर रहे थे जिसमें कहा गया था, “यदि जम्मू-कश्मीर सरकार घाटी में पत्थरबाज के परिवार को 10 लाख रुपये की सहायता राशि देने की घोषणा कर दे तो चारों तरफ हाय तौबा मच जाएगी।” उन्होंने कहा कि हिंसा के दौरान पथराव कर रहे एक व्यक्ति द्वारा एक पुलिस इंस्पेक्टर की उसी के रिवाल्वर से हत्या किये जाने की घटना के बावजूद उत्तर प्रदेश सरकार ने एक पत्थरबाज के परिवार को 10 लाख रुपये की सहायता राशि देने की घोषणा की है।

हिंसा में मारे गये पुलिस अधिकारी के परिवार के सदस्यों के मुख्यमंत्री से मिलने के लिए बुलंदशहर से लखनऊ स्थित मुख्यमंत्री निवास जाने की रिपोर्ट पर तंज कसते हुए उन्होंने कहा, “कश्मीर में शहीद पुलिसकर्मियों और जवानों को अधिक सम्मान दिया जाता है।” गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर में सोमवार को कथित गोकशी की सूचना पर हुई हिंसक झड़पों के दौरान एक पुलिस इंस्पेक्टर समेत दो लोग मारे गये थे। दूसरा मृतक सुमीत उसी भीड़ का हिस्सा था जिसने पुलिस दल पर पथराव कर हमला किया था।