मिशन 2019 से पहले बीजेपी राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनावों पर नजर रख रही है। बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह का अब पूरा फोकस मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान पर आ गया है। अमित शाह का सबसे ज्यादा ध्यान मध्य प्रदेश पर है। शाह मध्य प्रदेश के गढ़ को किसी भी कीमत पर ढहने नहीं देना चाहते हैं। क्योंकि मध्य प्रदेश बीजेपी का गढ़ हैं। मध्य प्रदेश को मजबूत बनाने के लिए अमित शाह की टीम पिछले दो महीने से भोपाल में डेरा डाले हुए है। शाह की टीम विपक्षी दलों के हर गतिविधि पर नजर रखी हुई है।
बीजेपी मध्य प्रदेश में इतिहास बनाने में लगी है। बीजेपी मध्य प्रदेश में जीत का चौका लगाने के लिए बेताब है। पार्टी किसी भी कीमत पर मध्य प्रदेश की सत्ता पर काबिज रहना चाहती है। इसलिए खुद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह मध्य प्रदेश मे डेरा डाले हुए हैं। चुनावी शतरंज में शाह खुद गोटियां बिछा रहे हैं। जिससे विपक्षी पार्टियां बेदम हो जाए। अमित शाह मध्य प्रदेश में लंबे समय तक रहकर चुनाव की कमान संभालेंगे। मध्य प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी के दफ्तर में ही रुकेंगे इसके लिए दफ्तर में गोपनीय रूप से खास तैयारियां की जा रही हैं।
सीएम की जनआशीर्वाद यात्रा के साथ भी एक टीम चल रही है जो लोगों की भीड़ और उसकी प्रतिक्रया से जनता की नब्ज टटोलने में लगी है। रिसर्च टीम रिपोर्ट तैयार कर अमित शाह को सौंपेगी उसके बाद शाह रणनीति बनाएंगे।
इधर शाह के मुकाबले राहुल गांधी की तैयारियां थोड़ी पीछे हैं मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी को जन आशीर्वाद यात्रा के मुकाबले अपनी यात्रा निकालने के लिए राहुल गांधी से हरी झंडी मिलने का इंतजार है।
अमित शाह अगस्त के दूसरे सप्ताह से भोपाल में डेरा जमा लेंगे। अमित शाह की चुनावी टीम, उनका डाटा, विश्लेषण करने वाले लोग और हाईटेक सिस्टम आदि सबकुछ अलग तरह से संचालित होता है। दिल्ली और गुजरात के कुछ लोग इसमें शामिल हैं। यह टीम बूथ स्तर तक का ताजा अपडेट तुरंत उपलब्ध कराती है। शाह भोपाल में रहकर ही रायपुर और इंदौर और जयपुर जाएंगे।
—ब्यूरो रिपोर्ट, एपीएन