पश्चिम बंगाल में चुनाव के बाद सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी कैलाश विजयवर्गीय को वेकेशन पर भेज सकती है। उनकी जगह स्मृति ईरानी को पार्टी का बागडोर मिल सकता है। बता दे कि, कैलाश विजयवर्गीय मौजूदा समय में सूबे के प्रभारी हैं। वह इसके अलावा पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव भी हैं।
एक अंग्रेजी अखबार में छपी रिपोर्ट के अनुसार पार्टी कैलाश विजयवर्गीय के रवैये से कतई खुश नहीं है। पार्टी कैलाश के विवादित और मर्यादाहीन बयान के कारण उन्हें पद से हटाने का विचार कर रही है। अलग-अलग विधानसभा क्षेत्र में अपनी मजबूत पकड़ रखने वाले भद्रलोक समाज विजयवर्गीय के बोलचाल से नाराज है। बता दे कि, सूबे में इसे संभ्रांत समाज के नाम से जाना जाता है।
बात सिर्फ इतनी ही नहीं है। बंगाल बीजेपी चीफ दिलीप घोष तक उनकी टिप्पणी से नाखुश हैं, जिसमें विजयवर्गीय ने सीएम और टीएमसी सुप्रीमो को “बरमूडा शॉर्ट्स” पहनने की सलाह दी थी। कैलाश ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को यह सलाह तब दी थी जब वह पैर में चोट लेकर चुनाव प्रचार कर रही थी। बनर्जी खुद भद्रलोक समाज की पसंदीदा नहीं रही हैं, जबकि भाजपा आमतौर पर जमीनी स्तर पर सबसे अच्छा काम करने में भी विफल रही।
मिली जानकारी के अनुसार कैलाश विजयवर्गीय के बाद बीजेपी की दमदार महिला नेता स्मृति ईरानी को बंगाल सौंपा जा सकता है। खास बात यह कि, स्मृति की छवी काफी अच्छी है। साथ ही अमेठी से राहुल गांधी को भी हरा चुकी है। ईरानी सुंदर हिंदी के साथ बेहतरीन बंगाली भाषा भी बोलती है।
स्मृति ईरान की मां बंगाल हैं। यही खास बात है कि, ईरानी कहीं न कहीं बंगाल की मिट्टी से जुडी हैं। जिससे बंगाल की जनता आसानी से जुड़ सकती है। पार्टी ने अधिकारिक तौर पर कोई बयान नहीं दिया है। लेकिन चुनाव के बाद ही कैलाश विजयवर्गीय की छुट्टी की खबरे सामने आरही हैं।