इन्फोसिस के सह-संस्थापक और चेयरमैन नंदन नीलेकणि व उनकी पत्नी रोहिणी नीलेकणि समेत भारतीय मूल के तीन अरबपति अपनी आधी संपत्ति दान कर देंगे। दरअसल, इन्होंने बिल व मेलिंडा गेट्स और वॉरेन बफेट की ओर से शुरू की गई परोपकारी पहल को जॉइन किया है, जो अपनी संपत्ति का आधे से ज्यादा हिस्सा चैरिटी कार्यों के लिए देने को प्रतिबद्ध करता है।
गिविंग प्लेज संस्था की ओर से कल बताया गया कि नीलेकणि, अनील व एलिसन भुसरी, शमशेर व शबीना वायालिल, बीआर शेट्टी और उनकी पत्नी चंद्रकुमारी रघुराम शेट्टी उन 14 परोपकारी लोगों में से हैं, जो पिछले सालभर में इसमें शामिल हुए हैं। 2010 में 40 अमेरिकी परोपकारियों के साथ इसकी शुरुआत की गई थी और अब यह 22 देशों के 183 लोगों तक पहुंच गया है।
इस 8 साल में परोपकार की यह कोशिश अतंरराष्ट्रीय पर बढ़ती गई है और इससे कनाडा, भारत, यूएई व यूएस के परोपकारी लोग जुड़ रहे हैं। बिल व मेलिंडा गेट्स और बफेट की ओर से शुरू किया गया मल्टी जनरेशन इनिशिएटिव दुनिया के सबसे धनी परोपकारियों को उनकी आधी संपत्ति चैरिटेबल कामों में खर्च करने के लिए प्रतिबद्ध करता है।
वॉरे बफेट ने कहा, ‘पिछले 8 सालों में गिविंग प्लेज में शामिल होने वाले समर्पित परोपकारी लोगों से हम प्रेरित हुए हैं और इस साल के समूह में कोई अपवाद नहीं है। वे असमानताओं को कम करने और दुनिया में हर किसी के जीवन में सुधार करने में मदद के लिए अपनी संपत्ति का उपयोग करने को लेकर उत्साहित हैं।’
नीलेकणि ‘एक स्टेप’ संस्था के सह-संस्थापक भी हैं, जो शुरुआत के वर्षों में 200 मिलियन यानी 20 करोड़ से अधिक बच्चों को पढ़ने का मौका देता है। रोहिणी नीलेकणी अर्घ्यम संस्था की संस्थापक-अध्यक्ष हैं। यह संस्था पूरे भारत में पानी और स्वच्छता के लिए काम करती है।