महिंद्रा एंड महिंद्रा के चेयरमैन अरबपति केशब महिंद्रा (Keshub Mahindra) का 12 अप्रैल को 99 वर्ष की आयु में निधन हो गया। INSPACe के अध्यक्ष पवन के गोयनका ने अपने ट्विटर हैंडल पर इस बात की पुष्टि की। महिंद्रा अपने पिता की कंपनी में 1947 से काम कर रहे थे। उनकी कंपनी महिंद्रा वाहनों का निर्माण और बिक्री करती है। अपनी सेवानिवृत्ति के बाद उन्होंने अपने भतीजे आनंद महिंद्रा को अपना उत्तराधिकारी बनाया था।
19 बिलियन डॉलर का महिंद्रा ग्रुप न केवल अपने ट्रैक्टरों और स्पोर्ट्स यूटिलिटी व्हीकल्स के लिए जाना जाता है, बल्कि यह सॉफ्टवेयर सेवाओं, हॉस्पिटैलिटी और रियल एस्टेट में भी मौजूद है।
1947 में की थी करियर की शुरुआत
बता दें कि केशब महिंद्रा ने महिंद्रा एंड महिंद्रा में अपनी शुरुआत 1947 में की थी। उस समय कंपनी का कारोबार Willys Jeeps बनाने का था। हालांकि, अब ग्रुप ऑटोमोबाइल से लेकर डिफेंस, एनर्जी, सॉफ्टवेयर सर्विसेज, हॉस्पिटैलिटी और रियल एस्टेट तक फैला हुआ है। बता दें कि केशब महिंद्रा ने अपना ग्रेजुएशन यूनिवर्सिटी ऑफ पेनिनसुला के व्हार्टन से किया था।