बिहार एक बार फिर दहलने से बच गया। बोधगया में दो संदिग्ध आतंकवादियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस द्वारा पकड़े गए संदिग्धों से एनआईए की टीम पूछताछ कर रही है। इन दो संदिग्धों में एक का नाम तौफीक पठान और दूसरे का नाम सना खान है। इन दोनों की गिरफ्तारी गया जिले के सिविल लाइन थाना क्षेत्र से हुई है। जहां दोनों राजेंद्र आश्रम के पास एक साइबर कैफे में बैठे थे। बता दें तौफीक पठान 2008 में हुए अहमदाबाद बम ब्लास्ट का मुख्य आरोपी है। जबकि दूसरे संदिग्ध से बाचतीच की जा रही है। गिरफ्तारी के बाद अनुमान लगाया जा रहा है कि दोनों के संबंध अलकायदा से है।
आतंकी तौफीक पढ़ाता था बच्चों को गणित-
जानकारी के मुताबिक, तौफीक पठान पिछले कई सालों से गया के शाहदेव खाप इलाके में अपना डेरा जमाए हुए था। वह इस इलाके के बच्चों को गणित विषय की ट्यूशन देता था ताकि लोगों को उसपर शक ना हो सके। पिछले कई दिनों से वह राजेंद्र आश्रम के पास एक साइबर कैफे में नेट सफरिंग करता था। साइबर कैफे से ढेर सारे ईमेल भेजा करता था। जिससे साइबर कैफे के संचालक को उसपर शक हुआ। साइबर संचालक ने एक दिन तौफीक से उसका पहचान पत्र मांगा लेकिन तौफीक ने मना कर दिया। जिससे संचालक का शक हकीकत में बदलने लगा। जिसकी सुचना उसने पुलिस को दे दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने तौफीक को गिरफ्तार किया ही साथ में एक और संदिग्ध को भी गिरफ्तार किया।
2008 अहमदाबाद बम ब्लास्ट का आरोपी है तौफीक पठान-
बताया जा रहा है कि तौफीक पठान 2008 का मुख्य आरोपी है। बता दें 26 जुलाई 2008 को अहमदाबाद में 90 मिनट के भीतर 16 बम विस्फोट किए थे। इन विस्फोटो में लगभग 36 लोग मारे गए और कई लोग घायल हुए थे ।
निशाने पर थे कई मंदिर, बढ़ी सुरक्षा
पुलिस की छानबीन के बाद तौफीक के पास से कई वस्तुएं मिली हैं। इसके अलावा गया की कई मंदिरों की तस्वीर भी मिलें हैं। जिससे जाहिर होता है कि इनका निशाना मंदिर था।बता दें इस वक्त गया में पितृपक्ष मेला चल रहा है। जहां देश विदेश से लोग पिंडदान करने के लिए आते हैं। मेले में काफी भीड़ भी होती है। जिसे देखते हुए गया में सुरक्षा चौकसी बढ़ा दी गई है। जगह-जगह नाकेबंदी कर लोगों की तलाशी ली जा रही। जगह-जगह सीसीटीवी कैमरों पुख्ता इंतजाम किया गया है।