बिहार विधानसभा के आखिरी चरण के लिए चुनाव प्रचार की बहार गुरूवार शाम को रुक जाएगी। आखिरी दाव में महागठबंधन की तरफसे 46 सीटों पर आरजेडी और 25 सीटों पर कांग्रेस के प्रत्याशी हैं।सीपीआई पांच और सीपीआई ने दो सीटों पर अपने प्रत्याशी उतारे हैं।
जेडीयू के 37 उम्मीदवार
एनडीए की ओर से जेडीयू के 37 तो बीजेपी के 35 उम्मीदवार अपना भाग्य आजमा रहे हैं। वीआइपी की 5 और हम भी एक सीट पर चुनाव लड़ रही है। इसके अलावा असदुद्दीन ओवैसी ने भी करीब दो दर्जन सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे हैं। इसी दौर में विधानसभा अध्यक्ष विजय कुमार चौधरी भी मैदान में हैं। साथ ही नीतीश सरकार के 12 मंत्रियों की साख भी दांव पर है।
फाइनल मैच

आखिरी पायदान की चुनावी जंग में कुल 12 मंत्रियों में से भाजपा के पांच और जदयू के सात मंत्री हैं। जदयू में सिकटा से फिरोज अहमद उर्फ खुर्शीद, बाबूबरही से दिवंगत मंत्री कपिलदेव कामत की बहू मीणा कामत, लौकहा से लक्ष्मेश्वर राय, सुपौल से बिजेंद्र प्रसाद यादव, रूपौली से बीमा भारती, बहादुरपुर से मदन सहनी और आलम नगर से नरेंद्र नारायण यादव की प्रतिष्ठा दांव पर है। बता दें कि सुपौल से सर्वाधिक जीत हासिल करने वाले विजेंद्र प्रसाद यादव दिग्गज मंत्री हैं।खास बात यह है कि विजेंद्र प्रसाद यादव आठवीं बार विधानसभा में पहुंचने की तैयारी में हैं।
भारतीय जनता पार्टी में मुजफ्फरपुर से सुरेश शर्मा, मोतिहारी से प्रमोद कुमार, बेनीपट्टी से विनोद नारायण झा, बनमनखी से कृष्ण कुमार ऋषि और प्राणपुर सीट से दिवंगत मंत्री विनोद सिंह की पत्नी निशा सिंह किस्मत आजमा रही हैं।
खास यह है कि मुजफ्फरपुर से चुनवी मैदान में खड़े सुरेश शर्मा को हैट्रिक की उम्मीद है। मोतिहारी से प्रमोद कुमार लगातार पांचवीं जीत हासिल करने के लिए ताल ठोक रहे हैं। इसी तरह पर्यटन मंत्री कृष्ण कुमार ऋषि भी पांचवीं जीत के लिए भाग्य आजमा रहे हैं।
टेस्ट मैच

भारतीय जनता पर्टी और जेडीयू के 12 मंत्रियों के अलावा महागठबंधन में शामिल कई खिलाड़ियों का टेस्ट मैच इसी चरण में होने वाला है। इनमें केवटी से अब्दुल बारी सिद्दीकी, बोचहां से रमई राम, हायाघाट से लालू यादव के करीबी भोला यादव जैसे नेताओं के नाम शामिल हैं। वहीं, सुरसंड से सैयद अबु दोजाना, पातेपुर से शिवचंद्र राम, सहरसा से लवली आनंद, खजौली से सीताराम यादव, जोकीहाट से सरफराज आलम, मधेपुरा से चंद्रशेखर, परिहार से रीतु जायसवाल और मोरवा से रणविजय साहू की साख भी दांव पर है।