Bharat Bandh: ट्रेड यूनियनों ने केंद्र सरकार की नीतियों के खिलाफ दो दिन के लिए भारत बंद का ऐलान किया है। यह भारत बंद कर्मचारियों, किसानों एवं आम लोगों को प्रभावित करने वाली सरकार की नीतियों के खिलाफ बुलाया गया है। वहीं बैंक यूनियनों ने भी भारत बंद और हड़ताल में शामिल होने का फैसला किया है।
बैंक यूनियनों ने कहा कि वह इस हड़ताल में इसलिए शामिल हो रहे हैं क्योंकि वह सरकारी बैंकों के निजीकरण और बैंकिंग कानून अधिनियम 2021 को लेकर वो विरोध प्रदर्शन करेंगे। साथ ही रोडवेज, ट्रांसपोर्ट और बिजली विभाग के कर्मचारियों ने भी भारत बंद को समर्थन देने का फैसला किया है।
हालांकि कहा जा रहा है कि ट्रेड संघों के भारत बंद को असफल बनाने के लिए राज्य सरकारें एस्मा लगा सकती हैं। इस खतरे के बावजूद रोडवेज, ट्रांसपोर्ट एवं बिजली विभाग के कर्मचारियों ने भारत बंद को समर्थन देने का फैसला किया है।
Bharat Bandh: दो दिनों के लिए क्यों भारत बंद?
बता दें कि ट्रेड संघों ने कोयला, स्टील, ऑयल, दूरसंचार, पोस्टल, आयकर, कॉपर, बैंक और बीमा क्षेत्रों को प्रस्तावित हड़ताल का एक नोटिस भेजा है। इस नोटिस में सेंट्रल ट्रेड यूनियनों के ज्वाइंट फोरम ने सोमवार और मंगलवार को सरकार की नीतियों को कर्मचारी विरोधी बताते हुए राष्ट्र व्यापी हड़ताल का आह्वान किया है।
मंगलवार को ट्रेड संगठनों की बैठक में इस बात पर चर्चा की गई कि हाल ही में हुए विधानसभा चुनाव में जीत दर्ज करने के बाद उत्साहित केंद्र वाली भाजपा सरकार अपनी नीतियों से कामगार वर्ग को परेशान कर रही है। बैठक में सरकार की नीतियों की वजह से महंगाई लगातार बढ़ने और शेयर बाजार गिरने पर चर्चा की गई।
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