अयोध्या का रेलवे स्टेशन का नया डिजाइन विश्व हिंदू परिषद की तरफ से डिजाइन किए गए राम मंदिर के जैसा होगा। इसकी घोषणा रेलवे राज्यमंत्री मनोज सिन्हा ने की है। बता दे कि प्रस्तावित राम मंदिर का मॉडल विश्व हिंदू परिषद की तरफ से 1980 के दशक के आखिर में तैयार किया गया था।

मीडिया रिपोर्टस के मुताबिक, सिन्हा ने मंगलवार को अयोध्या में जन समूहों को संबोधित करते हुए यह कहा कि उनके मंत्रालय में जल्द ही प्रस्तावित रामजन्मभूमि मंदिर से मिलते-जुलते रूप में अयोध्या रेलवे स्टेशन की इमारत के पुनर्निर्माण के प्रस्ताव को आगे बढ़ाया जाएगा।

सिन्हा ने कहा कि घोषित 200 करोड़ रुपये में से 80 करोड़ रुपये रेलवे स्टेशन के पुनर्निर्माण पर खर्च किए जाएंगे। बाकी 120 करोड़ रुपये अयोध्या में रेलवे का माल और गोदामों को एक स्थान से दूसरे स्थान पर लाने ले जाने में खर्च किए जाएंगे।

उन्होंने कहा, ”यह दोनों परियोजनाओं को 2021 तक पूरी हो जानी चाहिए। फैजाबाद-बाराबंकी रेल मार्ग के दोहरे ट्रैकिंग और इलेक्ट्रिफिकेशन पर 1,116 करोड़ रुपये खर्च किए जा रहे हैं और यह काम 2022 तक पूरा हो जाना चाहिए।”

उन्होंने कहा, ”प्रधानमंत्री और बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह का मानना ​​है कि दुनिया भर से अयोध्या आने वाले लोगों को यह महसूस होना चाहिए कि अयोध्या भगवान राम का जन्मस्थान है। प्रस्तावित रेलवे स्टेशन में सभी आधुनिक सुविधाएं जैसे-लिफ्ट और एस्केलेटर्स मजूद होंगी।”

बता दें कि वित्त मंत्री अरुण जेटली ने 2018 आम बजट पेश करते हुए देश के 600 स्‍टेशनों को दोबारा बनाने की घोषणा की थी। इन स्‍टेशनों का निर्माण दोबारा होगा और इनकी डिजाइन भी अलग-अलग होगी। जिन 600 स्‍टेशनों का निर्माण दोबारा होना है, उसमें अयोध्‍या का रेलवे स्‍टेशन को भी शामिल किया गया था।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here