आम आदमी पार्टी 2019 के लोकसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश की सीटों पर अपने प्रत्याशी को उतारने का एलान किया है। लेकिन पिछली बार की तरह इस बार पार्टी मुखिया अरविंद केजरीवाल वाराणसी से प्रत्याशी नहीं होंगे। संजय सिंह ने कहा कि पार्टी या केजरीवाल ने कभी नहीं कहा कि वह लोकसभा चुनाव लड़ने जा रहे हैं।
संजय सिंह ने कहा वह दिल्ली के मुख्यमंत्री हैं और 2019 की लोकसभा चुनाव रेस में उतरने की उनकी कोई योजना नहीं है। उन्होंने कहा कि पार्टी उत्तर प्रदेश में उन संसदीय क्षेत्रों में अपने उम्मीदवार उतारेगी जहां उसका संगठन मजबूत है। सीट और प्रत्याशियों पर फरवरी के अंत तक फैसला ले लिया जाएगा।
संजय सिंह ने अपनी दो दिवसीय ‘भाजपा भगाओ-भगवान बचाओ’ यात्रा का समापन रविवार को वाराणसी में किया। यह शनिवार को अयोध्या से शुरू हुई थी। इसमें भाजपा को कई मुद्दों पर घेरा गया जिनमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में काशी विश्वनाथ कॉरीडोर में कथित रूप से मलबे में सैकड़ों शिवलिंग पड़े होने का मुद्दा भी शामिल था।
गौरतलब है कि केजरीवाल ने साल 2013 के दिल्ली विधानसभा चुनाव में तत्कालीन मुख्यमंत्री शीला दीक्षित को नई दिल्ली सीट से हराया था। उसके बाद 2014 के लोकसभा चुनाव में वह मोदी के खिलाफ वाराणसी से चुनाव लड़े और दूसरे स्थान पर रहे थे। आप प्रवक्ता ने बताया कि उनकी पार्टी दिल्ली, पंजाब, हरियाणा, गोवा और चंडीगढ़ की सभी लोकसभा सीटों पर जबकि उत्तर प्रदेश की कुछ सीटों पर चुनाव लड़ेगी।
अगले लोकसभा चुनाव में आप के मुद्दों के बारे में सिंह ने बताया कि दिल्ली में उनकी पार्टी की सरकार शिक्षा, स्वास्थ्य, किसान, बिजली, पानी की प्राथमिकताओं पर काम कर रही है। अगर हम राष्ट्रीय राजनीति में जाएंगे तो सभी के लिये शिक्षा, कमजोर तबकों को निःशुल्क शिक्षा, बेरोजगारी खत्म करने और स्वामीनाथन आयोग की सिफारिशें लागू कराने के मुद्दे लेकर जनता के बीच जाएंगे।