मुख्य सचिव अंशु प्रकाश के साथ हुई मारपीट मामले में अब सीएम केजरीवाल भी कठघरे में खड़े हो गए हैं। अब तक यही अंदेशा लगाया जा रहा था कि आप के विधायकों ने ही सचिव के साथ बदसलूकी की है लेकिन अब खबर ये भी आ रही है कि बदसलूकी के समय केजरीवाल भी वहां मौजूद थे। इसलिए अप्रत्याशित घटना की छानबीन के लिए दिल्ली पुलिस की एक टीम शुक्रवार (23 फरवरी) को मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के आवास पर पहुंची। बताया जा रहा है कि पुलिस सीसीटीवी फुटेज की जांच-पड़ताल के सिलसिले में सीएम आवास पर गई। बता दें कि सीएम अरविंद केजरीवाल के सलाहकार वीके जैन ने कोर्ट में कहा है कि मेरे सामने मारपीट हुई थी। उन्होनें कहा कि जिस वक्त अंशु प्रकाश के साथ मारपीट हो रही थी सीएम केजरीवाल खुद मौजूद थे। उन्होंने कहा कि हाथापाई की जगह डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया भी मौजूद थे। हालांकि आम आदमी पार्टी ने वीके जैन के बयान पर कहा है कि पुलिस के दवाब में वीके जैन ने बयान बदला है।
केजरीवाल ने पुलिस की कार्रवाई पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। उन्होंने ट्वीट किया, ‘मेरे घर पुलिस भेजी गई है। मेरे घर की छानबीन चल रही है। बहुत अच्छी बात है। लेकिन, जज लोया के कत्ल के मामले में अमित शाह से पूछताछ कब होगी?’ वहीं इस मामले में गुरुवार को दिल्ली की अदालत ने AAP के प्रकाश जारवाल और अमानतुल्लाह खान को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में तेहाड़ जेल भेज दिया है। इसी के साथ खबर है कि आप पार्टी के तीन और विधायक भी कभी भी गिरफ्तार किए जा सकते हैं। इन विधायकों में नितिन त्यागी, राजेश गुप्ता और अजय दत्त का नाम शामिल है। पता चला है कि वीके जैन के बयान के बाद व अंशु प्रकाश की शिकायत के आधार पर इन तीनों की भूमिका भी स्पष्ट हुई है। ये तीनों सीएस को धमकी दे रहे थे और उनके साथ हुई मारपीट की साजिश का हिस्सा भी थे।
दो थप्पड़ के आरोप की जाँच के लिए CM के पूरे घर की तलाशी। जज लोया के क़त्ल पर पूछताछ तो बनती है। नहीं? https://t.co/jhU4e0kSvr
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) February 23, 2018
वहीं इस मामले में अधिकारियों का विरोध जारी है। मुख्य सचिव अंशु प्रकाश के समर्थन में दिल्ली एजेकुशन स्टेट एडवाइज़री के सदस्य IAS अफसर धीर झिंग्रान ने अपना पद छोड़ दिया है। उन्होंने एजुकेशन विभाग के सचिव को खत लिख कर कहा है कि वह अपना पद अंशु प्रकाश से हुई बदलसूकी के विरोध में दे रहे हैं।