भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष अमित शाह ने लंबे समय से बगावती तेवर अपना रहे अपने सहयोगी शिवसेना को चेतावनी दी है। शाह ने कहा कि यदि गठबंधन हुआ, तो हम अपने सहयोगियों की जीत पक्की करेंगे, अन्यथा आगामी लोकसभा चुनाव में अपने पूर्व सहयोगियों को हराएंगे।
सिलवासा में बूथ कार्यकर्ताओं की रैली को संबोधित करते हुए शाह ने भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने नेशनल हेराल्ड मामले को लेकर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि सार्वजनिक संपत्ति हथियाने वाले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर आरोप नहीं लगा सकते।
जहां पूरा गांधी परिवार भ्रष्टाचार में डूबा है, वहीं पीएम मोदी के दामन पर एक भी दाग नहीं है। कहा कि जब कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी पीएम मोदी पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाते हैं तो उन्हें अपनी आंखें खोलनी चाहिए। उनका पूरा परिवार भ्रष्टाचार में लिप्त है।
राहुल भाजपा नीत सरकार को चार साल का रिपोर्ट कार्ड पेश करने को कहते हैं। उन्हें पहले चार पीढ़ियों के शासन का रिपोर्ट कार्ड पेश करना चाहिए, जिन्होंने देश के लिए कुछ नहीं किया। शाह ने कहा कि मोदी सरकार लोगों के लिए बहुत काम कर रही है, लेकिन विरोधी लोगों का ध्यान बांटने की कोशिश कर रहे हैं।
वहीं दूसरी ओर, मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि आगामी लोकसभा चुनाव में बीजेपी राज्य की सभी 48 सीटों पर उम्मीदवार खड़े करेगी। मित्र दलों को जो सीटें दी जाएंगी, उन पर भी बीजेपी का ही उम्मीदवार होगा और पार्टी ही उसे जिताकर भी लाएगी।
राज्य और केंद्र में सरकार होने के बावजूद शिवसेना लगातार बीजेपी का विरोध करती आ रही है। लेकिन शिवसेना को गठबंधन के लिए अंतिम समय तक मनाने और शिवसेना की ‘हां’ का इंतजार करने की बात बीजेपी के नेता कर रहे थे। मगर अचानक बीजेपी ने अपने सुर बदल लिए हैं।
राजनीतिक गलियारों में कयास लगाया जा रहा है कि शायद बीजेपी ने शिवसेना से गठबंधन की संभावनाएं को समाप्त मान लिया है, या वह शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे पर दबाव बनाने की कोशिश कर रही है। अमित शाह के बयान पर शिवसेना ने भी तीखी प्रतिक्रिया दी है।
पार्टी के एक प्रवक्ता ने कहा, ‘हमारी पहले मंदिर, फिर सरकार की बात से बीजेपी को मिर्ची लग गई है। अब सामना हो ही जाने दो, हम मुकाबले को तैयार हैं। महाराष्ट्र बीजेपी को धूल चटाए देगा।’