उत्तर प्रदेश के औरैया जिले से मुंबई हमले के आतंकी अजमल कसाब का कथित तौर पर निवास और जाति प्रमाण-पत्र जारी होने का मामला सामने आया है। इस फर्जीवाड़े ने अधिकारियों के होश उड़ा दिए हैं। मामला सामने आने के बाद संबंधित लेखपाल को निलंबित कर दिया गया है। वहीं, आतंकी कसाब की जाति और निवास प्रमाण पत्र को रद्द कर दिया गया है।
मामले की गंभीरता को देखते हुए जिले के अधिकारियों ने मामले की जांच के आदेश दिए हैं। मामले की जांच कर रहे एसडीएम बिधूना प्रवेंद्र कुमार ने टीओआई को बताया कि अजमल कसाब के नाम से एक निवास प्रमाण-पत्र जारी किया गया था। उन्होंने बताया कि किसी अज्ञात व्यक्ति ने फर्जी दस्तावेजों के आधार पर ऑनलाइन आवेदन किया था।
एसडीएम ने कहा, ‘बिधूना तहसील में अक्टूबर महीने में किसी अज्ञात व्यक्ति ने निवास प्रमाण-पत्र के लिए आतंकवादी अजमल कसाब की तस्वीर के साथ आवेदन किया था। इसके बाद अधिकारियों ने तथ्यों की जांच किए बगैर 21 अक्टूबर को उसके नाम से निवास प्रमाण-पत्र जारी कर दिया।’
रिपोर्ट के मुताबिक निवास प्रमाण पत्र में कसाब का जन्म स्थान बिधूना बताया गया है और माता-पिता के नाम के तौर पर मुमताज बेगम एवं मोहम्मद आमिर के नाम दर्ज हैं। इस घटना से यूपी सरकार की सक्रियता पर सवालिया निशान लग रहे हैं। मामले के बाद इस बात का खुलासा हो गया कि यूपी के सरकारी दफ्तरों में चंद रुपये देकर कोई भी किसी का फर्जी सर्टिफिकेट बनवा सकता है।
गौरतलब है कि पाकिस्तान से समुद्र मार्ग से मुंबई में दाखिल हुए 10 आतंकवादियों ने आर्थिक राजधानी पर कहर बरपाया था। आतंकवादियों के इस हमले में 166 लोगों की मौत हुई थी जबकि सैकड़ों लोग घायल हुए। सुरक्षाबलों की कार्रवाई में सभी आतंकवादी मारे गए जबकि अजमल कसाब जिंदा पकड़ा गया। कसाब पर मुकदमा चलाए जाने के बाद उसे 21 नवंबर 2012 को फांसी की सजा दी गई।