AISATS के अधिकारियों की पार्टी का वीडियो सामने आने के बाद कंपनी ने सार्वजनिक रूप से मांगी माफी

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AISATS ने वीडियो वायरल होने के बाद मांगी माफी

-संजय रमन सिन्हा

AISATS के अधिकारियों की पार्टी का एक वीडियो सामने आने के बाद कंपनी ने सार्वजनिक रूप से मांगी माफी है। दरअसल एपीएन न्यूज़ चैनल पर एयर इंडिया सैट्स (AISATS) के शीर्ष अधिकारियों का एक वीडियो विशेष रूप से प्रसारित किया गया जिसमें वे एक पार्टी में नाचते नजर आ रहे हैं, कंपनी ने सार्वजनिक रूप से माफी मांगी है। यह माफी उस सार्वजनिक आक्रोश के बाद आई है जो इस बात को लेकर है कि जब अहमदाबाद में फ्लाइट AI171 की दुखद दुर्घटना में 274 लोगों की मौत हो गई और पीड़ितों की पहचान अभी भी चल रही है, तब कंपनी के वरिष्ठ अधिकारी एक पार्टी में मस्ती करते दिखाई दिए — जिसे असंवेदनशीलता माना जा रहा है।

यह पार्टी 20 जून को गुरुग्राम स्थित AISATS कार्यालय में आयोजित की गई थी, जोकि 12 जून को हुई घातक दुर्घटना के केवल आठ दिन बाद की बात है। इस पार्टी में बेंगलुरु इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड के जीएम और प्रमुख संप्रीत कोटियन, AISATS के मुख्य परिचालन अधिकारी अब्राहम ज़कारिया और कंपनी के मुख्य वित्तीय अधिकारी शामिल थे।

बता दें कि AISATS, एयर इंडिया लिमिटेड और सिंगापुर आधारित SATS लिमिटेड के बीच एक साझेदारी में गठित कंपनी है, जो भारत के कई हवाई अड्डों पर ग्राउंड सेवाएं प्रदान करती है। इसने बोइंग 787 ड्रीमलाइनर की ग्राउंड ऑपरेशन्स को संभाला है। चूंकि एयर इंडिया की इस कंपनी में 50 प्रतिशत हिस्सेदारी है, इसलिए वह इस गैर-जिम्मेदाराना व्यवहार से अपने हाथ नहीं धो सकती।

इस बीच, AISATS के एक प्रवक्ता ने एक बयान जारी करते हुए खेद व्यक्त किया है:”AISATS को सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे एक वीडियो की जानकारी है। यह वीडियो अन्य विषय से संबंधित है। इसके बावजूद, हम ईमानदारी से खेद प्रकट करते हैं यदि इससे किसी को भावनात्मक ठेस हुई हो।” हालांकि, यह माफी जनता के गुस्से को शांत नहीं कर सकी है।

पार्टी के अनुचित समय और वरिष्ठ प्रबंधन की संवेदनशीलता व प्राथमिकताओं को लेकर गंभीर सवाल उठाए गए हैं। पीड़ितों के जले हुए शवों की पहचान अभी भी जारी है और डीएनए जांच चल रही है। इस बीच सरकार ने दुर्घटना के रहस्य को सुलझाने के प्रयास तेज कर दिए हैं। एयरलाइन रेग्युलेटर नागर विमानन महानिदेशालय (DGCA) ने गुरुग्राम स्थित एयर इंडिया ऑफिस जाकर जांच शुरू कर दी है। विमान के दस्तावेज़ों, उसकी स्थिति, फ्लाइट शेड्यूलिंग, रोस्टरिंग और क्रू से संबंधित रिकॉर्ड जैसे प्रशिक्षण व ड्यूटी घंटों की जांच होगी।

यह भी बताया गया है कि संसद की परिवहन समिति जुलाई के पहले सप्ताह में बैठक करेगी और नागरिक उड्डयन की सुरक्षा के मुद्दे पर चर्चा करेगी। एजेंडे में विमानों के रख-रखाव से जुड़े मुद्दे भी शामिल हो सकते हैं। सरकारी अधिकारी, एयरलाइन प्रतिनिधि और बोइंग के कार्यकारी अधिकारियों को समन भेजा गया है और उनके सवालों का जवाब देने की उम्मीद की जा रही है।

यह वायरल वीडियो एयर इंडिया की प्रतिष्ठा को और नुकसान पहुंचा सकता है और यात्रियों के विश्वास को कमजोर कर सकता है। जनता की नाराज़गी और हंगामे के बाद, एयर इंडिया को अपनी प्रबंधन नीतियों और मूल्यों की पुनः समीक्षा करनी पड़ सकती है ताकि वह यात्री सुरक्षा, संतुष्टि, प्रतिष्ठा और ब्रांड छवि को सर्वोच्च प्राथमिकता दे सके।