प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज केंद्र शासित पुडुचेरी के दौरे पर पहुंचे। जहां उनका भव्य स्वागत किया गया। पीएम मोदी का स्वागत उपराज्यपाल किरण बेदी, मुख्यमंत्री वी नारायणसामी ने पुडुचेरी हवाई अड्डे पर किया। इस मौके पर उनके मंत्रिमंडल के सहयोगी तथा अन्य गणमान्य लोग मौजूद रहे। बता दें कि मोदी का प्रधानमंत्री बनने के बाद यह पहला पुडुचेरी दौरा है।

मोदी यहां से श्री अरबिंदो आश्रम दर्शन करने गये जहां उन्होंने कुछ मिनट ध्यान किया और आश्रम स्कूल के छात्रों से संक्षिप्त बातचीत की। बाद में वह यहां से लगे तमिलनाडु के विल्लीप्पुरम जिले में स्थित ऑरोविल्ले इंटरनेशनल सिटी के स्वर्ण जयंती समारोह के उद्घाटन के लिए रवाना हो गये।

पुडुचेरी में पीएम मोदी ने कहा कि ‘भारत के पहले पीएम ने 17 साल देश चलाया, उनकी बेटी ने 14 साल देश पर शासन किया, फिर उनके बेटे ने 5 साल तक देश चलाया, इसके बाद 2004 से 2014 तक यानी पिछले 10 साल में यह परिवार रिमोट कंट्रोल से देश की सरकार चलाता था। इस तरह एक परिवार ने 48 साल तक देश के शासन को प्रत्यक्ष और परोक्ष रूप से चलाया है। हमारी सरकार को इसी साल मई में 48 महीने होने वाले हैं। अब बुद्धिजीवी सोचें कि हमने 48 महीने में क्या किया और उन्होंने 48 साल में क्या किया।’ कांग्रेस पर तंज कसते हुए पीएम मोदी ने कहा कि मैं पुडुचेरी के सीएम नारायणसामी को अग्रिम शुभकामना देता हूं कि जून के बाद कांग्रेस में उनका कद बढ़ने वाला है, क्योंकि पूर्वोत्तर और कर्नाटक चुनावों के बाद पूरे देश में अकेले नारायणसामी ही कांग्रेस के सीएम बचने वाले हैं. फिर कांग्रेस उन्हें कंधे पर बिठाकर दिखाएगी कि वह पूरे देश में अकेले कांग्रेसी सीएम बचे हैं।

कौन है अरबिंदो

अरबिंदो घोष एक महान योगी और दार्शनिक थे। उनका जन्म 15 अगस्त 1872 को कलकत्ता में हुआ था। इन्होंने युवा अवस्था में आजादी के आंदोलन में क्रांतिकारी के रूप में भाग लिया, लेकिन बाद में योगी बन गए। श्री अरबिंदो ने पुडुचेरी में आश्रम स्थापित किया।
पुडुचेरी के मुख्यमंत्री वी. नारायणस्वामी ने बताया कि वह इस दौरे के दौरान पीएम से प्रदेश में विकास कार्यों के लिए केंद्र से मदद की मांग करेंगे।

बता दें कि इस दौरे से पहले एक महिला ने धमकी दी थी कि अगर पीएम आश्रम पहुंचे तो वह आत्महत्या कर लेगी। इस महिला ने आश्रम के कर्मचारियों पर यौन शोषण का आरोप लगाया था। इसके बाद महिला और फैमिली को आश्रम छोड़ना पड़ा था। हेमलता प्रसाद के अनुसार वर्ष 2002 में वह और उसकी 4 बहनों ने मद्रास हाईकोर्ट से आश्रम के कुछ कर्मचारियों द्वारा यौन शोषण किए जाने की शिकायत की थी। इसके बाद न्यायालय ने उन्हे आश्रम खाली करने का निर्देश दे दिया। लेकिन ऐसा नहीं करने पर उन्हें धक्के मारकर निकाल दिया गया। इसी बात से महिला नाराज है और उसने आत्महत्या की धमकी दी थी।