राजनीति ने रिश्तों की अहमियत को खत्म कर दिया। क्या कोई भाई अपने सगे भाई की हत्या इसलिए करवा सकता है ताकि चुनाव में मतदाताओं की सहानुभूति मिल सके? उत्तरप्रदेश की राजनीति में कुछ इसी प्रकार की ख़बर सुर्खियों में है।
उत्तरप्रदेश के खुर्जा विधानसभा सीट से राष्ट्रीय लोकदल के प्रत्याशी मनोज गौतम पर हत्या के आरोप है। उन्होंने चुनाव में जनता की सहानुभूति के लिए अपने सगे भाई और उसके दोस्त की हत्या करा दी। पुलिस ने मनोज गौतम, उसके दो साथी और ड्राइवर को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस के मुताबिक, खुर्जा विधानसभा से आरएलडी के प्रत्याशी मनोज को लगा, कि भाई की हत्या से जनता की सहानुभूति मिलेगी और उससे चुनावी नैया पार लग जाएगी।
पुलिस के मुताबिक, मनोज ने भाई विनोद और उसके दोस्त सचिन को अपहरण कर हत्या की साजिश रची थी। विनोद और सचिन के शव 7 फरवरी को खुर्जा के अग्रवाल फाटक के पास जंगल में मिली थी। इन दोनों की किडनैपिंग तब हुई जब वे आरएलडी नेता जयंत चौधरी की जनसभा के बाद उन्हें अग्रवाल फाटक छोड़ने गए थे। विनोद के साथ स्कॉर्पियो में उसका दोस्त सचिन भी मौजूद था। पुलिस के मुताबिक, विनोद और सचिन को किडनैप करके जंगल में ले जाया गया। जहां मनोज गौतम की लाइसेंसी पिस्तौल से दोनों को गोली मारकर हत्या कर दी गई।
एसएसपी सोनिया सिंह का कहना है कि आम के बगीचे में दों युवकों का शव मिला है। यहां से थोड़ी दूरी पर इनकी गाड़ी भी बरामद हुई है। एसएसपी सोनिया की माने तो यहां तक ये दोनों पैजल चलकर आएं हैं। फारेंसिक टीम ने मौका-ए-वारदात से सबूतों को इक्ट्ठा कर लिया है।