महाराष्ट्र के गढ़चिरौली में नक्सलियों के खिलाफ सुरक्षा बलों को बड़ी कामयाबी मिली है। पुलिस ने एक ऐंटी-नक्सल ऑपरेशन के दौरान 14 नक्सलियों को मार गिराया है। इसे 4 साल में नक्सलियों के खिलाफ सबसे बड़ी कार्रवाई माना जा रहा है। पुलिस की इस कार्रवाई में नक्सली नेता साईनाथ और सिनू भी मारे गए हैं। कहा जा रहा है कि इस इलाके से अब नक्सलवाद खत्म हो गया है। इससे पहले भी महाराष्ट्र के सुरक्षा बलों ने एनकाउंटर में 3 नक्सलियों को मार गिराया था। इसमें दो महिलाएं शामिल थीं। बता दें कि महाराष्ट्र पुलिस के नक्सल विरोधी दस्ते और नक्सलियों के बीच सुबह 11 बजे से मुठभेड़ चल रही थी, जिसमें पुलिस बल ने गढ़चिरौली के कसनसबर ताडगाव के जंगल में इन नक्सलियों को मार गिराया है।
पुलिस ने सुबह से ही जंगल में घेराबंदी कर रखी थी। रात से ही जंगल में जानेवाले सभी रास्तों पर पुलिस थी। जिसके चलते सुरक्षा बल को यह कामयाबी हाथ लगी है। दरअसल, पिछले कुछ समय से इस इलाके में नक्सली गतिविधियां बढ़ती जा रही थी, जिसके चलते पुलिस बल को यह कदम उठाना पड़ा। इस इलाके में ग्रामीणों और नक्सलियों के बीच अक्सर संघर्ष की खबरें आती हैं इसलिए इलाके से नक्सलियों के सफाए के लिए पुलिस की तरफ से यह अभियान दो दिनों से चल रहा था।
बता दें कि गढ़चिरौली में सुरक्षाबलों के जवान ही नहीं, बल्कि स्थानीय नागरिक भी नक्सलियों के निशाने पर रहते हैं। पिछले साल अप्रैल में सुकमा में नक्सलियों ने घात लगाकर सीआरपीएफ जवानों पर भी हमला किया था। इसमें 25 जवानों की मौत हो गई थी। बता दें कि भारत में नक्सलवाद एक बड़ी समस्या है। हमेशा से ही सुरक्षाबलों और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ होती रहती है।