देश की आन बान शान और हमारा गुरुर, भारतीय वायुसेना का आज 88वां स्थापना दिवस है। भारतीय वायुसेना की स्थापना 8 अक्टूबर 1932 में हुई थी। इस मौके पर गाज़ियाबाद के हिंडन एयरफोर्स स्टेशन पर आज भारतीय वायुसेना अपनी 88वीं वर्षगांठ मना रही है।
भारतीय सेना दुनिया की सबसे पुरानी वायुसेना की लिस्ट में भी गिनी जाती है। समय बीतने के साथ साथ भारतीय वायुसेना ने अपने आपको को बहुत मजबूत बनाया है। भारतीय सेना की ताकत का बदले रुप का अंदाजा इस से लागाय जा सकता है कि सेना अब अपने दुश्मन देश चाहे पाकिस्तान हो या फिर चीन किसी को भी करारा जवाब देने की हिम्मत रखती है। भारतीय वायुसेना को आजादी से पहले रॉयल इंडियन एयरफोर्स के नाम से जाना जाता था। 1950 के बाद इसमें से रॉयल शब्द हटाकर इंडियन एयर फोर्स कर दिया गया।
8 अक्टूबर, 1932 को आईएएफ जो भारतीय सशस्त्र बलों की वायु शाखा है, को रॉयल इंडियन एयर फ़ोर्स के रूप में बनाया गया था। ब्रिटिश शासन से भारत की स्वतंत्रता के बाद आगे लगे जाने वाले उपसर्ग ’रॉयल’ को समाप्त कर दिया गया था। इसका प्राथमिक मिशन भारतीय हवाई क्षेत्र को सुरक्षित करना और सशस्त्र संघर्ष के दौरान हवाई युद्ध करना है। यह दुनिया की चौथी सबसे बड़ी वायु सेना है।
88वीं वर्षगांठ पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने आसमान के सभी वीर योद्धाओं को शुभकामनाए दी हैं।
राष्ट्रपति ने कहा, ‘वायुसेना दिवस पर, हम गर्व से हमारे वायु योद्धाओं, दिग्गजों और भारतीय वायुसेना के परिवारों का सम्मान करते हैं। राष्ट्र हमारे आकाश को सुरक्षित रखने और मानवीय सहायता और आपदा राहत में नागरिक अधिकारियों की सहायता करने में भारतीय वायुसेना के योगदान के लिए ऋणी है।’
राष्ट्रपति और तीनों सेनाओं के सुप्रीम कमांडर रामनाथ कोविंद ने कहा, ‘राफेल, अपाचे और चिनूक को शामिल कर आधुनिकीकरण की चल रही प्रक्रिया भारतीय वायुसेना को सामरिक बल में बदल देगी। हमें विश्वास है कि आने वाले सालों में, भारतीय वायुसेना प्रतिबद्धता और क्षमता के अपने उच्च मानकों को बनाए रखना जारी रखेगी।’
पीएम मोदी ने ट्वीट में लिखा, ‘एयर फोर्स डे पर भारतीय वायुसेना के सभी वीर योद्धाओं को बहुत-बहुत बधाई।’
वहीं रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भी ट्वीट कर वायुसेना दिवस की शुभकामनाएं दीं। राजनाथ सिंह ने कहा, “हम आधुनिकीकरण और स्वदेशीकरण के जरिए भारतीय वायुसेना की युद्ध क्षमता बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध हैं। मुझे विश्वास है कि चाहे कुछ भी भारतीय वायुसेना हमेशा राष्ट्र के आसमान की रक्षा करेगी।”
स्थापना दिवस के अवसर पर आज गाजियाबाद स्थित हिंडन एयर बेस पर इस साल की परेड का इंतजाम किया गया है। बता दें कि भारतीय वायुसेना में 10 सितंबर को औपचारिक रूप से शामिल होने वाला लड़ाकू विमान राफेल भी आज अपने करतब दिखाएगा। आज हर किसी की नजर सिर्फ राफेल पर ही टिकेगी।