सियासी संकट के सबसे बड़े दौर से गुजर रही कांग्रेस का तीन दिनों का अधिवेशन दिल्ली में चल रहा है। आज इस अधिवेशन का आखिरी दिन है। राहुल गांधी के कांग्रेस अध्यक्ष बनने के बाद कांग्रेस का पहला अधिवेशन हो रहा है। इसमें पूरी पार्टी बदली हुई नजर आई। नया नारा दिया गया है। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने शनिवार को 84वें कांग्रेस महाधिवेशन का शुभारंभ किया था।
आज महाधिवेशन का समापन कांग्रेस अध्यक्ष के भाषण से होगा, जिसमें वह आगामी चुनावों के लिए पार्टी की योजनाओं की दिशा तय करेंगे। इससे पहले कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा था कि समापन सत्र में पार्टी के लिए नई दिशा वाला भाषण दूंगा। अधिवेशन में राहुल गांधी ने केंद्र सरकार पर जमकर निशाना साधा है। 2019 लोकसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस रणीति बनाने में जुट गई है।
मोदी सरकार को घेरने में कांग्रेस कोई कोर कसर नहीं छोड़ रही है। कांग्रेस इस बात को अच्छी तरह से जानती है जिस तरह कई राज्यों में बीजेपी को लगातार जीत मिल रही है उससे मोदी ब्रिगेड के हौसले बुलंद हैं। 2019 के दंगल में मंगल करने के लिए कांग्रेस को कापी मेहनत करनी है। 2019 लोकसभा चुनाव में राहुल गांधी की काबलियत की भी परीक्षा होगी, यही वजह है कि कांग्रेस के युवराज बीजेपी के खिलाफ ऐसा चक्रव्यूह रचना चाहते है जिसे वो भेद ना पाए।
कांग्रेस के समर्थकों को उम्मीद है कि राहुल गांधी के अध्यक्ष बनने के बाद पार्टी के नेता बढ़े हुए आत्मविश्वास के साथ बीजेपी के साथ दो- दो हाथ करेंगे। अधिवेशन में राहुल गांधी का आत्मविश्वाश भी सातवें आसामान पर दिख रहा है। अब देखवना चिदलचस्प होगा कि ये बढ़ा हुआ आत्मविश्वाश पार्टी की कड़ी चुनौतियों पर कितना खरा उतर पाता है।
एपीएन ब्यूरो