गोवा के शिरगांव में आयोजित श्री लैराई जात्रा के दौरान अफरा-तफरी मच गई, जिसमें अब तक 6 लोगों की मृत्यु हो चुकी है और 30 से ज्यादा श्रद्धालु घायल बताए जा रहे हैं। हादसा उस समय हुआ जब बड़ी संख्या में लोग देवी दर्शन के लिए मंदिर की ओर बढ़ रहे थे।
घटना की जानकारी मिलते ही स्थानीय पुलिस और प्रशासन हरकत में आया और घायलों को नजदीकी अस्पतालों में भर्ती कराया गया। हादसे के कारणों की जांच की जा रही है, हालांकि शुरुआती जांच में कोई स्पष्ट वजह सामने नहीं आई है। मृतकों की पहचान अभी नहीं हो पाई है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने घटना पर शोक जताते हुए लिखा, “शिरगांव में भगदड़ की घटना से बेहद व्यथित हूं। जिन लोगों ने अपनों को खोया है, उनके प्रति मेरी गहरी संवेदना है। मैं घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करता हूं। प्रशासन पूरी तरह से राहत और बचाव कार्यों में लगा हुआ है।”
बताया जा रहा है कि इस वार्षिक आयोजन के लिए सुरक्षा के व्यापक प्रबंध किए गए थे। पुलिस की विशेष इकाइयाँ तैनात थीं और भीड़ पर निगरानी के लिए ड्रोन तकनीक का इस्तेमाल किया गया। इसके बावजूद यह दुर्भाग्यपूर्ण घटना घट गई।
गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने भी इस दुखद घटना पर गहरा दुख जताया। उन्होंने कहा, “आज सुबह शिरगांव में लैराई जात्रा के दौरान हुई भगदड़ से मन व्यथित है। मैंने घायलों से अस्पताल में मुलाकात की और प्रभावित परिवारों को हरसंभव सहायता का भरोसा दिलाया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने मुझसे बातचीत की और स्थिति की पूरी जानकारी ली। उन्होंने हरसंभव सहयोग देने का आश्वासन भी दिया है। मैं स्वयं हालात पर लगातार नजर बनाए हुए हूं।”
क्या है श्री लैराई जात्रा?
श्री लैराई जात्रा शिरगांव की एक प्रसिद्ध धार्मिक परंपरा है। इस अवसर पर गांव को भव्य रूप से सजाया जाता है और श्रद्धालु देवी लैराई के मंदिर में पूजा-अर्चना करने आते हैं। माना जाता है कि देवी को मोगरे की माला अत्यंत प्रिय है, इसलिए मंदिर में मोगरे के फूलों से विशेष माला चढ़ाई जाती है। कई श्रद्धालु इस दिन व्रत भी रखते हैं और आध्यात्मिक साधना में लीन रहते हैं।