भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) देशभर को नए साल का तोहफा देने की तैयारी में जुट चुका है। इसरो ने अंतरिक्ष में एक साथ 31 उपग्रह भेजने की रणनीति तैयार कर ली है। नए साल की 10 जनवरी को एक साथ 31 उपग्रहों को अंतरिक्ष में छोड़ा जाएगा। हालांकि इस तिथि को बदले जाने के भी आसार जताए जा रहे हैं।

बता दे इन उपग्रहों को पोलर सैटेलाइट लांच व्हीकल (पीएसएलवी) से लांच किया जाएगा। इन 31 उपग्रहों में भारत का ‘अर्थ आब्जर्वेशन सैटेलाइट कार्टोसैट-2’ भी शामिल है, यह पृथ्वी की निगरानी करने वाला अंतरिक्ष यान है।

ये पहला ऐसा मौका है जब इसरो (पीएसएलवी) मिशन पर काम कर रहा है। योजना को अंतिम रूप देने के लिए मिशन रेडीनेस रिव्यू कमेटी और लांच आथोराइजेशन बोर्ड जल्द बैठक कर सकते हैं। इसरो ने शुक्रवार को घोषणा की, कि वह 10 जनवरी 2018 को आंध्र प्रदेश के श्री हरिकोटा से अंतरिक्ष यान पीएसएलवी-सी40 समेत अन्य 30 उपग्रहों को अंतरिक्ष में लांच करेगा, जिसमें दूसरे देशों के 28 छोटे उपग्रह भी शामिल हैं।

104 उपग्रहों को भेजा था एक साथ

इसरो ने इससे पहले 15 फरवरी 2017 को श्रीहरिकोटा के सतीश धवन लॉन्चिंग सेंटर से एक साथ 104 उपग्रहों को सफलतापूर्वक प्रक्षेपित किया था। जिसके साथ ही इसरो ने अपने द्वारा पहले बनाये गए 23 उपग्रहों को सफलतापूर्वक लांच करने का रिकॉर्ड तोड़ दिया था। इसरो द्वारा लांच किये गए उपग्रहों में भारत के 3, अमेरिका की प्राइवेट फर्म्स के 96 सैटेलाइट्स शामिल थे। प्रक्षेपित किये गए उपग्रहों का कुल वजन 1378 किलोग्राम था।

भारत से पहले आज तक सबसे ज्यादा उपग्रहों को एक साथ लांच करने का यह रिकॉर्ड रूस के नाम था, उसने 37 उपग्रहों को एक साथ प्रक्षेपित कर यह मुकाम हासिल किया था।

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