पीएम मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट काशी विश्वनाथ कॉरीडोर में इजाफा हो गया है। कॉरीडोर अब और भी भव्य तरह से बनेगा। दरअसल काशी विश्वनाथ मंदिर को ज्ञानवापी मस्जिद ने जमीन दे दी है। इससे यह प्रोजेक्ट और भी सुलभ बनेगा।

मस्जिद से सटी जमीन को मुस्लिम समाज ने काशी विश्वनाथ धाम को दे दिया है। बदले में उन्हें भी जमीन दी गई है। 17 सौ स्क्वायर फीट की जमीन को मस्जिद ने दिया है। इसमें पूरी तरह से पेपर वर्क हुआ है।

इसके बदले में मंदिर प्रशासन ने मुस्लिम समाज को एक हजार स्क्वायर फीट जमीन दी है। शुक्रवार को मिली जमीन पर स्थापित जिला प्रशासन के कंट्रोल रूम के ध्वस्तीकरण का काम भी शुरू हो गया।

काशी विश्वनाथ और ज्ञानवापी मस्जिद प्रशासन ने मिलकर यह तय किया कि जमीन को मंदिर को दिया जाए। बकरीद और सावन से पहले यह शुभ काम हो गया है। कोर्ट की सहमति के आधार पर हुए इस समझौते को बेहद अहम माना जा रहा है। दान में मिली जमीन के बाद अब काशी विश्वनाथ धाम में 17 सौ स्क्वायर फीट जमीन में इजाफा हो गया है।

इस जमीन को लेकर दोनों पक्षों के बीच काफी समय से वार्ता चल रही थी। आखिर में मस्जिद ने जमीन को काशी विश्वनाथ धाम को दे ही दिया। आर्टिकल 31 के तहत एक्सचेंज आफ प्रापर्टी के तहत जारी दस्तावेजों में ई स्टांप के जरिए इस संपत्ति का हस्तांतरण किया गया है।

इसमें काशी विश्वनाथ मंदिर प्रशासन और अंजुमन इंतजामिया मसाजिद की ओर से नौ लाख 29 हजार रुपये की स्टांप ड्यूटी चुकाकर संपत्ति का हस्तांतरण किया गया है। जमीन की रिपोर्ट के अनुसार जमीनों का हस्तांतरण आदि विश्वेश्वर और ज्ञानवापी मस्जिद पक्ष की ओर से जमीनों की अदला-बदली के तौर पर की गई है।

बता दें कि, काशी विश्वनाथ पीएम मोदी का ड्रीम प्रोजेक्ट है। राज्य में काम युद्ध स्तर पर चल रहा है। उम्मीद है कि जल्द ही यह बनकर तैयार हो जाएगा।

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