WHO ने मंकीपॉक्स के लिए दी चेतावनी, जानिए एमपॉक्स क्या है और ये कैसे फैल रहा है?

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जानिए एमपॉक्स क्या है?
जानिए एमपॉक्स क्या है?

एमपॉक्स यानी मंकीपॉक्स के दुनियाभर में मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं और इस गंभीर वायरल बीमारी ने दुनिया भर में चिंता बढ़ा दी है। मंकीपॉक्स वायरस ने अफ्रीका में भारी तबाही मचाने के बाद अब एशिया में भी अपने पैर पसारने लगा है। कोरोना महामारी के बाद दुनिया अभी संभल ही रही थी कि बढ़ते मामलों को देखते हुए WHO ने इसे ग्लोबल हेल्थ इमरजेंसी घोषित कर दिया है। यह दूसरी बार है जब इस वायरस के खतरे को देखते हुए WHO ने हेल्थ इमरजेंसी घोषित की है।

समझ लेते हैं कि आखिर एमपॉक्स या मंकीपॉक्स क्या है?

क्लीवलैंड क्लिनिक के मुताबिक एमपॉक्स, जिसे पहले मंकीपॉक्स कहा जाता था, एक दुर्लभ बीमारी है, जो चेचक यानी स्मॉल पॉक्स की तरह होता है। यह वायरस के कारण फैलती है और यह ज्यादातर अफ्रीकी क्षेत्रों में पाई जाती है। यह वायरस एक ऑर्थोपॉक्सवायरस है जो एमपॉक्स यानी मंकीपॉक्स का कारण बनता है। दुनिया के अन्य हिस्सों में भी इसके मामले देखने को मिलते हैं। साल 2022 के बाद से अफ्रीका के बाहर एमपॉक्स के मामले मिलने लगे हैं, जो चिंता का विषय माना जा रहा है। वैसे तो एमपॉक्स का कोई सटीक इलाज नहीं है, लेकिन यह आमतौर पर अपने आप ही ठीक हो जाता है।

कैसे फैलता है मंकीपॉक्स?

  • मंकीपॉक्स हवा में नहीं फैलता है। यह वायरस संक्रमित व्यक्ति के सीधे संपर्क में आने, उसके शरीर पर मौजूद दाने या फोड़े के पानी के संपर्क में आने, या यौन संबंधों के माध्यम से फैल सकता है।
  • दूषित कपड़े, चादर, तौलिया, या संक्रमित व्यक्ति द्वारा उपयोग की गई वस्तुओं के संपर्क में आने से भी यह वायरस फैल सकता है।
  • मंकीपॉक्स का फैलाव संक्रमित जानवरों, जैसे कि बंदर, चूहे या अन्य जंगली जानवरों के संपर्क में आने से होता है।
  • इसके अलावा, संक्रमित व्यक्ति के शारीरिक तरल पदार्थ, घावों के सीधे संपर्क, या उसके उपयोग किए गए कपड़ों या बिस्तरों के संपर्क में आने से भी यह वायरस फैल सकता है।

एमपॉक्स के लक्षण?

मंकीपॉक्स में बुखार, शरीर पर दाने और लिम्फ नोड्स में सूजन जैसे लक्षण दिखाई देते हैं। इससे कई तरह की स्वास्थ्य समस्याएं भी हो सकती हैं। इसके लक्षण दो से चार सप्ताह तक रहते हैं। इसके लक्षण विकसित होने में कई दिनों से लेकर कुछ हफ्ते तक का समय लग सकता है। इसके अलावा इस बीमारी में चपटे, लाल धब्बों के रूप में दाने भी नजर आ सकते हैं फिर यह दाने बाद में फफोले में बदल जाते हैं, जिनमें पस भर जाता है। कुछ समय बाद यह छाले पपड़ी बनकर गिर जाते हैं। इस पूरी प्रक्रिया में दो से चार हफ्ते लग सकते हैं। इसके अलावा आपके मुंह, चेहरे, हाथ, पैर, लिंग पर भी घाव हो सकते हैं।

  • बुखार
  • थकान
  • सिरदर्द
  • ठंड लगना
  • मांसपेशियों में दर्द
  • लिम्फ नोड्स में सूजन
  • पस वाले लाल दाने

कैसे करें मंकीपॉक्स से बचाव?

  • मंकीपॉक्स से बचने के लिए जरूरी है कि आप ऐसे लोगों से दूरी बनाए रखें जिनके शरीर पर मंकीपॉक्स के लक्षण दिख रहे हों।
  • संक्रमित व्यक्ति के कपड़े, बिस्तर, तौलिया, या अन्य वस्तुओं के संपर्क में आने से बचें।
  • अपने हाथों को साबुन और पानी से बार-बार धोएं, और अगर यह संभव न हो तो हैंड सैनिटाइजर का उपयोग करें।
  • खुद को सुरक्षित रखने के लिए, लक्षणों को पहचानें और समय-समय पर अपने स्वास्थ्य की जांच कराते रहें।