Diabetes के मरीजों के लिए जंगल जलेबी रामबाण से कम नहीं है। वैसे तो इसका नाम जलेबी (जंगल) है, लेकिन ये शुगर के मरीजों के लिए इंसुलिन से कम नहीं है। बता दें कि जंगल जलेबी अपने गुणों के साथ स्वाद के लिए भी जानी जाती है। ये पेड़ों पर फलती है। चूंकि ये जलेबी की तरह ही घुमाउदार होती हैं, इसलिए इन्हें जंगल जलेबी कहा जाता है। इसके अलावा इसे मीठी इमली, मद्रास थ्रोन, गंगा जलेबी और गुआमुचिल भी कहते हैं। मालूम हो कि शहर के बजाय गांव के लोगों को यह जंगल जलेबी बहुत ही आसानी से मिल जाती हैं। गांवों में तो इनके पेड़ भी देखे जा सकते हैं।

Diabetes को करती है कंट्रोल
मालूम हो कि जंगल जलेबी का सेवन फायदेमंद माना जाता है। इसके अर्क का रस एंटी-हाइपरग्लाइसेमिक गुणों को प्रदर्शित करने के लिए जाना जाता है, जो टाइप 2 मधुमेह मेलिटस से पीड़ित लोगों में ब्लड शुगर के लेवल को कम करता है। इस प्रकार, ब्लड शुगर को नियंत्रण में रखने के लिए मधुमेह रोगी नियमित रूप से इसका सेवन कर सकते हैं।
जंगल जलेबी विटामिन से होती हैं भरपूर
जानकारों की मानें, तो जंगल जलेबी में भरपूर विटामिन पाए जाते हैं। वहीं, एनसीबीआई के अनुसार, पौधे के अर्क के कई भागों में एंटी-ऑक्सीडेंट, एंटी-माइक्रोबियल, एंटी-इंफ्लेमेटरी, कार्डियो प्रोटेक्टिव, एंटी-डायबिटिक, एंटी-डायरियल, एंटी-अल्सरोजेनिक, लार्विसाइडल और ओविसाइडल गुण मौजूद होते हैं। इसके अलावा इसमें विटामिन ए, विटामिन बी1, बी2, बी3, विटामिन सी, विटामिन के, आयरन, कैल्शियम, फास्फोरस, प्रोटीन, आहार फाइबर और सोडियम भी पाए जाते हैं।
इम्यूनिटी बढ़ाने में है फायदेमंद
कोरोना काल में लोगों का सबसे ज्यादा ध्यान अपनी इम्यूनिटी को बढ़ाए रखने पर होता था। इम्यूनिटी मजबूत रहने पर शरीर को रोगों से लड़ने की क्षमता बढ़ जाती है। बता दें कि ये जंगल जलेबी कई तरह के एंटी-ऑक्सीडेंट से भरी होती है, जो शरीर को बीमारियों और वायरस से लड़ने की क्षमता को बढ़ाने का काम करती है। यानी कि यह शरीर की इम्यूनिटी पावर को बनाए रखती है।

ऐसे खाएं जंगल जलेबी
अभी तक हमने जंगल जलेबी के फायदे और इसमें मौजूद विटामिन के बारे में ही जानकारी हासिल की है। लेकिन, अब हमें यह जानना है कि आखिरकार जंगल जलेबी को खाते कैसे हैं और किन लोगों को इसे खाने से परहेज करना चाहिए। सबसे पहले खाने की बात करते हैं। आपको बता दें कि जंगल जलेबी को अन्य फलों की तरह ही छिलकर खा सकते हैं। लेकिन यहां एक बात का ध्यान रखना है कि इसके बीज आपके पेट में न जाएं। यानी आपको इसके बीज को नहीं खाना है। इसके अलावा आप इसे सुखाकर या इसका मुरब्बा बनाकर भी खा सकते हैं।
जहां तक इनके न खाने या परहेज करने की बात है, तो बता दें कि गर्भवती और स्तनपान कराने वाली महिलाओं को जंगल जलेबी नहीं खानी चाहिए। वहीं, किसी क्रोनिक मेडिकल कंडीशन से ग्रसित व्यक्ति को इसके सेवन से पहले डॉक्टरी सलाह जरूर लेनी चाहिए।
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