भारत पर टिप्पणी करने वाले पाक सेना प्रमुख असीम मनीर को जावेद अख्तर ने सुनाई खरी-खरी!

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भारत पर टिप्पणी करने वाले पाक सेना प्रमुख असीम मनीर को जावेद अख्तर ने सुनाई खरी-खरी!
भारत पर टिप्पणी करने वाले पाक सेना प्रमुख असीम मनीर को जावेद अख्तर ने सुनाई खरी-खरी!

पहलागाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत ने कड़ा जवाब दिया और पाकिस्तान व पीओके में आतंकी ठिकानों पर करारा प्रहार करते हुए कई कैंपों को तबाह कर दिया। इस कार्रवाई के बाद भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव चरम पर पहुंच गया। ऐसे संवेदनशील समय में, जाने-माने लेखक और गीतकार जावेद अख्तर ने पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान के सेना प्रमुख जनरल असीम मुनीर के बयानों पर नाराज़गी ज़ाहिर की है।

असीम मुनीर ने क्या कहा था?

बता दें कि पहलागाम में हुए इस हमले में 26 निर्दोष नागरिक मारे गए थे। इसके जवाब में भारत ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ शुरू किया, जिसके तहत पाकिस्तान और पीओके में मौजूद आतंकी अड्डों को निशाना बनाया गया। यह अभियान चार दिनों तक चला और अंततः 10 मई को दोनों देशों के बीच सीज़फायर की सहमति बनी। इस दौरान पाकिस्तानी सेना प्रमुख जनरल असीम मुनीर ने कहा था,
“हमारे पूर्वजों का मानना था कि हम हिंदुओं से हर दृष्टि में भिन्न हैं – हमारी आस्थाएं, परंपराएं, रीति-रिवाज और सोच – सब अलग हैं।”

जावेद अख्तर ने दी तीखी प्रतिक्रिया

एक इंटरव्यू के दौरान, जब वकील और नेता कपिल सिब्बल के साथ बातचीत हो रही थी, तब जावेद अख्तर ने असीम मुनीर की टिप्पणी को “असंवेदनशील” बताया। उन्होंने कहा कि किसी भी राष्ट्र के सभी नागरिक एक जैसे नहीं होते, और किसी सरकार की नीतियों की आलोचना का मतलब पूरे देश के नागरिकों को दोषी ठहराना नहीं होता।

उन्होंने यह भी कहा, “हमें पाकिस्तान की सरकार, सेना और कट्टरपंथियों से समस्या है, न कि आम नागरिकों से। हमें उन मासूम लोगों से सहानुभूति होनी चाहिए जो खुद इन हालातों का शिकार हैं।”

“हिंदुओं को गाली क्यों?” – जावेद अख्तर

अख्तर ने असीम मुनीर के भाषण को लेकर कहा, “मैंने उनका भाषण सुना और महसूस किया कि वह कितने असंवेदनशील व्यक्ति हैं। अगर आपको लगता है कि भारत गलत है तो भारत सरकार की आलोचना करें, लेकिन आप पूरे हिंदू समुदाय को क्यों निशाना बना रहे हैं? क्या आपको एहसास नहीं कि पाकिस्तान में भी हिंदू नागरिक रहते हैं? क्या उनका सम्मान नहीं किया जाना चाहिए?”

“अब्दाली जैसे हमलावर को हीरो क्यों मानते हैं?”

अख्तर ने पाकिस्तान में इस्तेमाल की जाने वाली मिसाइल का ज़िक्र करते हुए भी सवाल उठाया। उन्होंने कहा, “आपकी मिसाइल का नाम अब्दाली है, जो खुद मुसलमानों पर हमला करता था। क्या वह आपका आदर्श हो सकता है? आपने अपने देश में जन्मे नायकों को क्यों भुला दिया?”

उन्होंने कटाक्ष करते हुए कहा, “आज कई अरब देशों ने पाकिस्तानियों को वीज़ा देना बंद कर दिया है। यह ऐसा है जैसे कोई दिल्ली की गली में दावा करे कि वह शाहरुख खान को जानता है, लेकिन शाहरुख खान को उसका नाम तक नहीं पता!”

पाक सेना अपने सैनिकों का भी नहीं करती सम्मान

अख्तर ने कारगिल युद्ध का उदाहरण देते हुए कहा कि जब भारतीय सैनिक शहीद होते हैं, तो पूरा देश उन्हें श्रद्धांजलि देता है। लेकिन जब कारगिल में पाकिस्तानी सैनिक मारे गए, तो पाकिस्तान ने उनके शव लेने से इनकार कर दिया।
“भारतीय सेना ने न केवल उन्हें सम्मानपूर्वक दफनाया, बल्कि उनके चित्रों को एक एल्बम में सहेजकर पाकिस्तान को भेंट किया, जिसे पहले उन्होंने लेने से मना किया, फिर बाद में अनौपचारिक रूप से स्वीकार किया।”