‘हीरामंडी’ के फर्स्ट लुक ने मचाया तहलका, वेब सीरीज में दिखेगा तवायफों का रसूख

अब कहां है हीरामंडी और क्या है इसके पीछे का इतिहास…

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Heeramandi: हीरामंडी का पोस्टर और डायरेक्टर संजय लीला भंसाली
Heeramandi: हीरामंडी का पोस्टर और डायरेक्टर संजय लीला भंसाली

-Shweta Rai

Heeramandi: संजय लीला भंसाली की ड्रीम प्रोजेक्ट ‘हीरामंडी’ ओटीटी प्लेटफॉर्म नेटफ्लिक्स पर रिलीज होगी लेकिन उससे पहले सीरीज का फर्स्ट लुक यानी उसका ट्रेलर रिलीज हो गया है जो कि काफी चर्चा का विषय बना हुआ है। इस सीरीज में मुख्य किरदारों के रूप में मनीषा कोइराला, अदिति राव हैदरी, शरमीन सहगल, रिचा चड्ढा और सोनाक्षी सिन्हा की झलक दिखती है। सभी गोल्डेन आउटफिट पहने रॉयल लुक में नजर आ रही हैं तो वहीं दूसरे ट्रेलर में काले लिबास में बड़े शानदार अंदाज़ में बैकग्राउंड म्यूजिक के साथ एक-एक करके सभी एक्ट्रेस के खूबसूरत लुक्स दिखाए गए हैं।

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Heeramandi: पहली बार ऐसी सीरीज लेकर आ रहे हैं संजय लीला भंसाली

फिल्ममेकर संजय लीला भंसाली को लोग उनके पीरियड फिल्मों या फिर ऐतिहासिक कहानियों पर बने बड़े सेट की फिल्मों के लिए जानते हैं लेकिन ये पहली बार होगा कि वेब सीरीज की दुनिया में जल्द ही शो ‘हीरामंडी’ लेकर आ रहे हैं। इस अपकमिंग शो में सोनाक्षी सिन्हा , मनीषा कोईराला सहित कई बड़े कलाकार नजर आ रहे हैं लेकिन शो के कई खास चेहरों के बीच एक टीवी का चेहरा ऐसा है, जो सभी का ध्यान अपनी तरफ खींच रहा है और वह है संजीदा शेख और शरमीन सहगल का।

शरमीन जो संजय लीला भंसाली की भांजी भी हैं, जिन्होनें 2019 में मलाल फिल्म से डेब्यू किया। उसके बाद अतिथि देवो भव में भी नजर आयी लेकिन उनकी फिल्में हिट नहीं रहीं। यही नहीं भंसाली के साथ असिसटेन्ट डायरेक्टर के तौर पर भी वो उनके साथ कई फिल्मों में काम कर चुकी हैं।

अब कहां है हीरामंडी और क्या है इसके पीछे का इतिहास…

फिल्मकार संजय लीला भंसाली की ‘हीरामंडी’ की कहानी पाकिस्तान से जुड़ी हुई है। जो कि पाकिस्तान के लाहौर में बसा एक रेडलाइट एरिया है। देश के विभाजन से पहले हीरामंडी की तवायफें काफी मशहूर हुआ करती थीं। उस समय कोठे का प्रचलन था,तवायफों के प्रेम ,धोखे के साथ सियासत के किस्से भी मशहूर थे। माना जाता है कि मुगलकाल में अफगानिस्तान और उज्जबेकिस्तान की औरतें भी हीरामंडी में आकर बस गई थीं जो बला की खूबसूरत थीं। उस दौर में तवायफों का पेशा गीत-संगीत, नृत्य और संस्कृति से जुड़ा हुआ करता था। बड़े-बड़े घरों के बच्चे यहां सलीका और अदब सीखने के लिए आया करते थे।

हीरामंडी 15वीं से 16वीं शताब्दी के बीच लाहौर के मुगल शासन के दौरान रईस तबके के लोगों के लिए तवायफ जिंदगी का अहम हिस्सा थीं। धीरे-धीरे इस इलाके की रंगत और शानो शौकत दोनों ही बदल गए। अब ये इलाका पहले की तरह शाही नजर नहीं आता है। ये भी बाकी इलाकों की तरह आम मार्केट की तरह ही दिखता है लेकिन शाम ढलते ही रेड लाइट एरिया में तब्दील हो जाता है। मुगल काल में जहां इन तवायफों को राजाओं का संरक्षण मिलता था बाद में अंग्रेजों का शासन आने के बाद इस इलाके की शाही रौनक समाप्त हो गई और ये इलाका रेड लाईट एरिया के तौर में तब्दील हो गया।

रेखा नजर आ सकती हैं भंसाली की वेब सीरीज में…

सोर्सेस की मानें तो भंसाली चाहते थे कि रेखा हीरामंडी में लीड रोल निभाएं। लेकिन उन्होंने इस प्रोजेक्ट में बतौर लीड हिरोईन बनने से मना कर दिया। भंसाली ने फिर भी उम्मीद नहीं छोड़ी और अब वह रेखा को चाहते हैं कि वो सीरीज के लिए डांस नंबर जरूर करें और इसके लिए वो लगातार उन्हें अप्रोच भी कर रहे हैं। संजय लीला भंसाली अपनी वेब सीरीज हीरामंडी को लेकर काफी सुर्खियों में हैं।

इस ग्रैंड प्रोजेक्ट को संजय लीला भंसाली के दोस्त मोइन बेग 14 साल पहले उनके पास लेकर आए थे और जब इसे नेटफ्लिक्स के सामने पेश किया तो नेटफिलिक्स ने ‘हीरामंडी’ को अपनी वैश्विक कार्यक्रम सूची का स्पॉटलाइट शो घोषित कर दिया ।

ये भंसाली की महत्वाकांक्षी वेब सीरीज है जो आजादी से पहले तवायफों की कहानी पर आधारित है और उस समय के संगीत, शायरी, नृत्य को जिंदा रखते हुए कोठों के भीतर चलने वाली राजनीति और वर्चस्व की कहानी कहती है कि किस तरह से तवायफों का दखल राजनीति में होता था और उस समय की तवायफों का रसूख कैसा था।

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