Anu Aggarwal: बॉलीवुड में हाल ही में एक चौंकाने वाला सिलसिला सामने आया है, जहां पहले अभिनेता परेश रावल ने अपने एक इंटरव्यू में खुलासा किया कि उन्होंने एक समय अपना यूरिन पिया था, अब उसी राह पर चलती नज़र आईं ‘आशिकी’ फेम अनु अग्रवाल।
जहां परेश रावल का बयान सोशल मीडिया पर सुर्खियों में बना हुआ है, वहीं अनु अग्रवाल का जवाब इस चर्चा को एक योगिक और आयुर्वेदिक दृष्टिकोण से जोड़ता है।
परेश रावल का खुलासा: फाइटर्स की सलाह पर किया था प्रयोग
परेश रावल ने हाल ही में द लल्लनटॉप को दिए इंटरव्यू में बताया कि उन्हें दिवंगत ऐक्शन डायरेक्टर वीरू देवगन ने सलाह दी थी कि “हर फाइटर सुबह अपना यूरिन पीता है”। इस पर अमल करते हुए परेश रावल ने करीब 15 दिनों तक हर सुबह अपना यूरिन पिया।
उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि यह सलाह उन्हें फिटनेस और स्टैमिना बढ़ाने के लिहाज़ से मिली थी।
अनु अग्रवाल की प्रतिक्रिया: “ये हठयोग की मुद्रा है”
इस खुलासे के बाद, अनु अग्रवाल ने इंस्टेंट बॉलीवुड को दिए इंटरव्यू में बताया कि वह भी ‘अमरोली’ नामक प्राचीन योग अभ्यास का हिस्सा रही हैं — जिसमें सीमित मात्रा में स्वयं का यूरिन ग्रहण करना शामिल होता है।
अनु ने कहा, “बहुत से लोग इसे नहीं जानते। यह ‘अमरोली’ कहलाता है — हठयोग का अभ्यास। यह यूरिन का बीच का भाग होता है जिसे अमृत माना जाता है।”
अनु के अनुसार, इसके बताए गए फायदे:
- त्वचा पर झुर्रियों से सुरक्षा
- शरीर की अंदरूनी सफाई
- आयुर्वेदिक और प्राकृतिक चिकित्सा की पद्धति में इसे अमृत समान माना गया है
उन्होंने यह भी स्पष्ट किया, “पेशाब की पूरी धार नहीं पी जाती। केवल बीच का भाग — जिसे अमृत माना जाता है — ग्रहण किया जाता है।”
क्या कहता है विज्ञान?
हालांकि यह प्रथा योगिक और आयुर्वेदिक संदर्भों में उल्लेखित रही है, आधुनिक चिकित्सा प्रणाली में यूरिन थेरेपी को लेकर मिश्रित राय है। डॉक्टर आमतौर पर इस तरह की प्रैक्टिस को हाइजीन और स्वास्थ्य कारणों से हतोत्साहित करते हैं।
जहां परेश रावल का बयान लोगों के लिए एक शॉक देने वाला खुलासा था, वहीं अनु अग्रवाल ने इस चर्चा को एक योगिक और परंपरागत परिप्रेक्ष्य में प्रस्तुत किया है। यह बहस अब सिर्फ सनसनी नहीं, बल्कि एक वैकल्पिक चिकित्सा पद्धति पर डिबेट में बदलती दिख रही है।