Investment Tips : हर किसी की चाहत होती है कि वह पैसे से पैसा बनाए। निवेश में बेहतर रिटर्न के लिए सही स्ट्रेटजी और लक्ष्य का ज्ञान होना चाहिए। निवेश के लिए हर समय हर व्यक्ति के दिमाग में एक ही बात आती है कि आखिर वो करे तो क्या करे और कैसे करे। ऐसे में, लोग जोखिम लेने से डरते हैं, निवेश करना गलत नहीं है लेकिन पैसा कहां लगाना है इसे समझना बहुत जरूरी है। आपको क्या करना चाहिए? और खुद के अंदर क्या बदलाव लाने चाहिए और आपकी मानसिकता कैसी होनी चाहिए? इन सभी सवालों के जवाब आपको इस लेख में मिलेंगे।
अगर आप भी निवेश के माध्यम से पैसे कमाना चाहते हैं तो इसके लिए पहले आपको कुछ खास बातों को जान लेना चाहिए।
धैर्य रखना है जरूरी : निवेशक के अंदर धैर्य होना बहुत जरूरी है क्योंकी मार्केट एक ऐसी फील्ड है, जहां हमेशा स्थिरता नहीं होती है। वैश्विक घटनाएं, भू-राजनीतिक तनाव और दूसरे छोटे या व्यापक आर्थिक फैक्टर आपके निवेश के मूल्य को प्रभावित कर सकते हैं, ऐसी स्थितियों में तुरंत न घबराएं। मार्केट में धैर्य रखने का अक्सर सही रिजल्ट मिलता है। यह एक ऐसी क्वालिटी है जो एक निवेशक को अपने अंदर लानी चाहिए ।
फाइनेंशियल एडवाइजर की मदद लें : अगर आप पहली बार निवेश कर रहे हैं तो फाइनेंशियल एडवाइजर की सलाह लेना बहुत जरूरी है। क्योंकि अक्सर देखा जाता है कि एक फाइनेंशियल एडवाइजर सही निर्णय देता है और उनके निर्णय से बहुत से लोग प्रभावित होते हैं। उदहारण के लिए, एक प्रतिष्ठित शेयर मार्केट सलाहकार की ठोस शेयर मार्केट सलाह कन्फ्यूजिंग माहौल में आपके लिए सच्चे मार्गदर्शक का काम कर सकती है।
रिस्क और फायदे का करें आकलन : आमतौर पर इन्वेस्टमेंट को चार टाइप में बांटा जाता है। आप अपनी जरूरत, रिस्क, फायदे और विशेषताओं के आधार पर इन्वेस्टमेंट का चयन कर सकते हैं। जब आपको अलग-अलग तरह के एसेट्स की जानकारी हो जाती है तो आप एक साथ कई तरह के इन्वेस्टमेंट्स में इन्वेस्ट कर सकते हैं। तब आपको पता होता है कि आपकी निजी परिस्थितियां और रिस्क उठाने की क्षमता कितनी है।
ग्रोथ इन्वेस्टमेंट: जो लोग बाजार के उतार-चढ़ाव को समझने की कोशिश कर रहे हैं उनके लिए लॉन्ग टर्म में इस तरह के इन्वेस्टमेंट बेहतर विकल्प हैं। शेयर्स को आमतौर पर एक ग्रोथ इन्वेस्टमेंट के तौर पर जाना जाता है क्योंकि ये शॉर्ट और लॉन्ग टर्म के लिए आपके असल निवेश को बढ़ाने में मदद कर सकते हैं। अगर आपके पास शेयर्स हैं तो आप डिविडेंड से भी इनकम जनरेट सकते हैं; यह वह हिस्सा होता है जो कंपनी अपने प्रॉफिट में से शेयर होल्डर्स को देती है। हो सकता है कि आपके शेयर्स की वैल्यू आपके द्वारा उनके लिए किए गए भुगतान से कम हो। हर दिन शेयरों की कीमत कम-ज्यादा हो सकती है और लॉन्ग टर्म इन्वेस्टर्स के लिए सबसे बेहतरीन ऑप्शन होते हैं खासकर उनके लिए जिन्हें मार्केट के उतार-चढ़ाव की समझ हो। इन्हें इक्विटी शेयर्स के नाम से भी जाना जाता है। शेयर्स ने कई बार दूसरे असेट्स की तुलना में ऐतिहासिक रिटर्न दिया है। ध्यान रहे कि शेयर्स को निवेश के सबसे रिस्की ऑप्शन्स में से एक माना जाता है।
स्मॉल सेविंग स्कीम और बैंक एफडी से करें निवेश की शुरुआत
वर्तमान में बाजार में कई तरह के इन्वेस्टमेंट के ऑप्शन मौजूद हैं। कई लोग निवेश करना तो चाहते हैं पर वो ज्यादा रिस्क लेना नहीं चाहते हैं । ऐसे में वह बैंक एफडी और स्मॉल सेविंग स्कीम में निवेश कर सकते हैं। अब सवाल आता है कि इन दोनों निवेश ऑप्शन में से कौन से ऑप्शन में सबसे ज्यादा रिटर्न मिलता है। दोनों निवेश ऑप्शन में ब्याज दर अलग होती है। आपको बता दें कि स्मॉल सेविंग स्कीम में मिलने वाली ब्याज दर हर तीन साल के बाद रिवाइज होती है। वहीं बैंक एफडी में निवेश करते समय जो ब्याज दर तय होती है उसी हिसाब से रिटर्न मिलता है। पोस्ट ऑफिस में जाकर आप कई स्मॉल सेविंग स्कीम में एनरोल करके अलग-अलग स्कीमों में इन्वेस्ट कर सकते हैं। यहां छोटे बच्चे से लेकर वरिष्ठ नागरिकों तक के लिए इन्वेटिंग ऑप्शन मौजूद हैं।
स्मॉल सेविंग स्कीम इंन्टरेस्ट रेट : स्मॉल सेविंग स्कीम में जनवरी-मार्च 2024 के ब्याज दर को अपडेट किया गया है।
सेविंग अकाउंट डिपॉजिट पर 4 फीसदी की दर से सालाना ब्याज मिलेगा।
1 साल के पोस्ट ऑफिस टाइम डिपॉजिट पर 6.9 फीसदी
2 साल के पोस्ट ऑफिस टाइम डिपॉजिट पर 7 फीसदी
3 साल के पोस्ट ऑफिस टाइम डिपॉजिट पर 7.1 फीसदी
5 साल के पोस्ट ऑफिस टाइम डिपॉजिट पर 7.5 फीसदी
5 साल के रिकरिंग डिपॉजिट पर 6.7 फीसदी
5 साल के नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट पर 7.7 फीसदी
किसान विकास पत्र में 7.5 फीसदी का ब्याज दर मिलता है। (यह स्कीम 115 महीने में मैच्योर हो जाती है।)
पब्लिक प्रोविडेंट फंड में 7.1 फीसदी
सुकन्या समृद्धि योजना में 8.2 फीसदी (केवल कन्याओं के लिए)
सीनियर सिटीजन सेविंग स्कीम में 8.2 फीसदी
मंथली इनकम स्कीम में 7.4 फीसदी का ब्याज दर मिलता है।
बैंक एफडी में ब्याज दर
बैंक एफडी में एक निश्चित समय तक ही निवेश किया जा सकता है। अगर आप एफडी में निवेश करना चाहते हैं तो 6 महीने, 3 साल और 5 साल तक निवेश कर सकते हैं। एफडी में बैंक द्वारा सालाना ब्याज दर रिवाइज किया जाता है। यह ब्याज दर एफडी के टेन्योर और निवेशक की उम्र के आधार पर तय किया जाता है। मौजूदा समय में सबसे ज्यादा फायदा देने वाले दो बैंक हैं। एचडीएफसी बैंक निवेशकों को एफडी पर 7.75 फीसदी का इंटरेस्ट रेट ऑफर कर रही है। वहीं ,दूसरे नंबर पर आईसीआईसीआई बैंक है जो 7.60 प्रतिशत का इंटरेस्ट रेट ऑफर कर रही है।
नोट: यहां पर दर्शाए गए ब्याज दर, निवेश की गई रकम पर मिलने वाले सालाना इंटरेस्ट के आधार पर हैं। समय-समय पर इन दरों में उतार-चढ़ाव होता रहता है।
Disclaimer : यह लेख लोगों के बीच फाइनेंशियल एजुकेशन को बढ़ावा देने के उद्देश्य से लिखा गया है। निवेशक इस लेख में बताए गए तरीकों,जानकारी पर अमल करने से पहले विषय संबंधी एक्सपर्ट से सलाह जरूर लें।