शादी का सीजन पूरे देश में ज़ोरों पर है। युवाओं का एक बड़ा वर्ग इन दिनों जीवन के नए अध्याय की ओर कदम बढ़ा रहा है। घर खरीदने के बाद, शादी जीवन का सबसे बड़ा आर्थिक खर्च बन जाती है। ऐसे में जब इतना निवेश हो रहा हो, तो इसकी सुरक्षा सुनिश्चित करना भी जरूरी हो जाता है। इसी सोच से जुड़ा है ‘वेडिंग इंश्योरेंस’ यानी विवाह बीमा, जो अब तेजी से लोकप्रिय हो रहा है। आइए जानते हैं कि ये क्या है और कैसे काम करता है।
वेडिंग इंश्योरेंस क्या होता है?
आज की शादियों में लाखों से लेकर करोड़ों रुपये तक का खर्च हो सकता है। किसी भी अप्रत्याशित घटना या व्यवधान की स्थिति में आर्थिक नुकसान से बचने के लिए वेडिंग इंश्योरेंस कारगर साबित होता है। यह बीमा आपको समारोह स्थगित होने, रद्द होने या प्राकृतिक व मानवीय कारणों से हुई क्षति से सुरक्षा देता है। इसमें व्यक्तिगत और सार्वजनिक संपत्ति को हुए नुकसान को भी कवर किया जाता है।
किन-किन स्थितियों में वेडिंग इंश्योरेंस देता है कवरेज?
प्राकृतिक आपदाएं:
बारिश, तूफान, सुनामी, ओलावृष्टि या अन्य ईश्वरीय आपदाएं जिनसे शादी की योजना प्रभावित हो सकती है।
विवाह स्थल को क्षति:
आयोजन स्थल को आग, भूकंप, बाढ़ या चक्रवात जैसे कारणों से नुकसान हो, जिससे शादी रोकनी पड़े।
मानवजनित आपदाएं:
दंगे, कर्फ्यू या अन्य सामाजिक अशांति जो पुलिस या प्रशासन द्वारा घोषित की गई हो।
पारिवारिक आपात स्थितियां:
अगर दूल्हा-दुल्हन या उनके करीबी रिश्तेदारों की मृत्यु या गंभीर दुर्घटना हो जाए, तो वे भी इस बीमा के दायरे में आते हैं।
वेडिंग इंश्योरेंस में क्या-क्या अतिरिक्त सुविधाएं होती हैं?
अक्सर ये पॉलिसी ऐड-ऑन और राइडर्स के विकल्प भी देती है, जैसे कि:
अटायर कवरेज (Dress Protection): शादी के दिन कपड़ों के नुकसान या गुम होने पर मदद।
हनीमून कवरेज: यात्रा के दौरान कोई आपात स्थिति बनती है, तो उससे वित्तीय सुरक्षा।
क्यों जरूरी है वेडिंग इंश्योरेंस?
यह पॉलिसी न केवल आर्थिक नुकसान से बचाव देती है, बल्कि मानसिक तनाव से भी राहत दिलाती है। यदि किसी वजह से आयोजन बाधित हो जाए, तो इसकी भरपाई इस इंश्योरेंस के तहत संभव है, जिससे आप अपने खास दिन को तनाव मुक्त होकर मना सकें।