कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (ईपीएफओ) की सक्रिय पहल और संबंधित विभागों को कार्रवाई के लिए लिखे गए पत्रों का सुखद परिणाम सामने आया है। भिलाई स्टील प्लांट और ट्रटफ फैसिलिटी प्राइवेट लिमिटेड में हुई दुर्घटनाओं में मृत श्रमिकों, श्री उदय राम साहू और श्री दिग्विजय सिंह चौधरी के परिवारों को उचित मुआवजा और पेंशन प्रदान करना सुनिश्चित हुआ है, जिससे इन परिवारों का भविष्य कुछ हद तक सुरक्षित हो सका है।
भिलाई स्टील प्लांट में हुई दुर्घटना में श्री उदय राम साहू की मृत्यु के मामले में, कारखाना प्रबंधन ने मृतक के आश्रितों, श्रीमती ज्योति साहू को 50,000 रुपये की नकद अंत्येष्टि सहायता राशि प्रदान की है। इसके अलावा, औद्योगिक स्वास्थ्य एवं सुरक्षा कार्यालय, नवा रायपुर अटल नगर द्वारा कारखाना अधिनियम, 1948 और छत्तीसगढ़ कारखाना नियमावली, 1962 के उल्लंघन के लिए कंपनी के खिलाफ परिवाद दर्ज किया गया है। मृतक के आश्रितों को कर्मकार प्रतिपूर्ति अधिनियम के तहत 14,21,700 रुपये का मुआवजा राशि देय है, जिसे कारखाना प्रबंधन को जमा करने के निर्देश दिए गए हैं। यह राशि मृतक के परिवार को प्रदान की जाएगी, लेकिन प्रक्रिया अभी विचाराधीन है।
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दूसरी ओर, ट्रटफ फैसिलिटी प्राइवेट लिमिटेड में कार्यरत श्री दिग्विजय सिंह चौधरी की मृत्यु के मामले में, ईपीएफओ ने मृतक के पात्र लाभार्थियों को विभिन्न वित्तीय लाभ प्रदान किए हैं। ईपीएफओ के दस्तावेजों के अनुसार, फॉर्म-5आईएफ के तहत 05 दिसंबर 2024 को 1,02,080 रुपये, फॉर्म-20 के तहत 05 दिसंबर 2024 को 44,082 रुपये, और फॉर्म-10डी के तहत मासिक पेंशन 1,084 रुपये मंजूर की गई है। यह पेंशन मृतक के खाते से जुड़े स्टेट बैंक ऑफ इंडिया, जaitपुर शाखा में जमा की जा रही है, और लाभार्थी को पेंशन भुगतान आदेश (पीपीओ) MRNOI00020702 के साथ नियमित भुगतान प्राप्त करने के लिए अपने बैंक से संपर्क करने की सलाह दी गई है।
इन मामलों में श्रमिकों की मृत्यु ने उनके परिवारों को आर्थिक और भावनात्मक रूप से प्रभावित किया है। भिलाई स्टील प्लांट की दुर्घटना के संबंध में, श्रम न्यायालय, रायगढ़ में मामला विचाराधीन है, जबकि ट्रटफ फैसिलिटी मामले में ईपीएफओ ने त्वरित कार्रवाई करते हुए लाभ वितरण की प्रक्रिया पूरी की है। हालांकि, कई परिवार अभी भी मुआवजा और अन्य लाभों की पूर्ण प्राप्ति का इंतजार कर रहे हैं, जो उनके भविष्य को स्थिर करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है।