ऑपरेशन सिंदूर का झटका: दूसरे दिन भी पाकिस्तान के शेयर बाजार में मचा हाहाकार, KSE-100 में 7% की भारी गिरावट, ट्रेडिंग पर लगानी पड़ी रोक

0
4
ऑपरेशन सिंदूर का झटका
ऑपरेशन सिंदूर का झटका

भारत की ओर से ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत आतंकवादियों के ठिकानों पर की गई सख्त कार्रवाई का असर सिर्फ सीमाओं तक ही नहीं रुका — उसका सीधा असर पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था पर भी साफ नजर आने लगा है। गुरुवार को कराची स्टॉक एक्सचेंज में हालात इतने बिगड़े कि KSE-30 इंडेक्स 7 फीसदी से ज्यादा गिर गया, और मजबूरी में ट्रेडिंग रोकनी पड़ी।

पहलगाम हमले का जवाब, सीधे दुश्मन के घर तक

22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए भयानक आतंकी हमले ने पूरे देश को झकझोर दिया था, जिसमें 26 निर्दोष लोगों की जान चली गई थी। जवाब में भारतीय सेना ने सिर्फ 15 दिनों के भीतर ‘ऑपरेशन सिंदूर’ शुरू किया और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर व पंजाब में 9 आतंकी ठिकानों को ध्वस्त कर दिया। यह कार्रवाई इतनी सटीक और तीव्र थी कि पूरे दक्षिण एशिया में इसकी गूंज सुनाई दी — और शायद पाकिस्तान की शेयर मार्केट में उसका झटका महसूस किया गया।

इंडेक्स धड़ाम, निवेशकों की नजरें IMF पर टिकीं

गुरुवार को KSE-100 इंडेक्स 5% यानी लगभग 6,000 अंकों की गिरावट के साथ 1,04,087 के करीब जा पहुंचा। इस स्थिति में निवेशकों की उम्मीद अब 9 मई को होने वाली IMF की समीक्षा बैठक पर टिकी है। इस मीटिंग में पाकिस्तान को 7 अरब डॉलर के EFF (Extended Fund Facility) के तहत मिलने वाली अगली किश्त पर फैसला लिया जाना है। IMF की तरफ से पाकिस्तान को 1.3 अरब डॉलर का एक और कर्ज क्लाइमेट रेजिलिएंस प्रोग्राम के तहत भी मिलने की संभावना है।

जब भारत मजबूत, बाजार भी मज़बूत

जहां पाकिस्तान के मार्केट में हड़कंप है, वहीं भारतीय शेयर बाजार में निवेशकों का भरोसा और मजबूत होता दिखा। गुरुवार को BSE का सेंसेक्स 181 अंकों की बढ़त के साथ 80,928 पर पहुंचा, और NSE निफ्टी 32 अंक चढ़कर 24,447 के पार निकल गया। गौरतलब है कि बुधवार को भी पाकिस्तान के शेयर बाजार ने बड़ी गिरावट देखी थी, जब KSE-100 में करीब 6,272 अंकों की गिरावट आई थी। अब सवाल यही है — जब तक पाकिस्तान आतंक को पालता रहेगा, क्या उसकी अर्थव्यवस्था ऐसे ही लुढ़कती रहेगी?