ग्लोबल ट्रैवल टेक प्लेटफॉर्म ओयो ने शुक्रवार को घोषणा की कि उसके बिजनेस एक्सेलेरेटर डिवीजन ने वित्त वर्ष 2025 में 3,500 नए कॉर्पोरेट क्लाइंट्स जोड़े हैं, जो पिछले साल की तुलना में 20 प्रतिशत की वृद्धि दर्शाता है। पीटीआई की रिपोर्ट के अनुसार, इस वृद्धि से स्पष्ट होता है कि कोविड-19 के बाद भारत में व्यावसायिक यात्राओं में तेजी आई है। इस ग्रोथ के साथ ओयो के कॉर्पोरेट नेटवर्क में कुल 6,500 से अधिक क्लाइंट शामिल हो गए हैं।
मुंबई सबसे बेहतर प्रदर्शन करने वाला शहर
रिपोर्ट में बताया गया है कि मुंबई ने सबसे अधिक कॉर्पोरेट क्लाइंट्स जोड़े हैं, जहां पिछले वर्ष 700 से ज्यादा नए क्लाइंट्स जुड़े। इसके बाद हैदराबाद ने 400 और पुणे ने 350 नए क्लाइंट्स हासिल किए। चेन्नई, बेंगलुरु समेत अन्य बड़े मेट्रो शहरों ने भी कॉर्पोरेट खाता वृद्धि में महत्वपूर्ण योगदान दिया। ओयो ने कॉर्पोरेट क्लाइंट्स के साथ लंबे समय तक ठहरने और इवेंट-आधारित बुकिंग में भी बढ़ोतरी दर्ज की है।
भारत बना एशिया-प्रशांत क्षेत्र का चौथा सबसे बड़ा बिजनेस ट्रैवल मार्केट
ओयो बिजनेस एक्सेलेरेटर के हेड मनीष कश्यप ने बताया कि यह वृद्धि न केवल बड़ी कंपनियों बल्कि छोटे-मध्यम उद्यमों, पारंपरिक व्यापारिक घरानों, स्टार्टअप्स, ट्रैवल मैनेजमेंट कंपनियों और फिल्म निर्माण हाउसों के व्यापक मिश्रण के कारण हुई है। ग्लोबल बिजनेस ट्रैवल एसोसिएशन (जीबीटीए) के ताजा बिजनेस ट्रैवल इंडेक्स के अनुसार, भारत एशिया-प्रशांत में चौथा सबसे बड़ा बिजनेस ट्रैवल मार्केट बन गया है।
यह विकास मजबूत आर्थिक स्थिति और आमने-सामने बैठकों की बढ़ती मांग के कारण संभव हुआ है, जो पूरे उद्योग में बिजनेस ट्रैवल के पुनरुद्धार का संकेत देता है। साथ ही, देश के छोटे और मध्यम उद्यम (एसएमई) क्षेत्र के तेजी से विस्तार ने भी क्षेत्रीय यात्रा की मांग को बढ़ावा दिया है। ओयो के संस्थापक रितेश अग्रवाल ने हाल ही में बताया कि कंपनी ने पिछले वित्त वर्ष में 623 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ कमाकर सबसे अधिक मुनाफा कमाने वाले स्टार्टअप का दर्जा प्राप्त किया है।