जरा सोचे कि आप सुबह सोकर उठे, ऑफिस जाने के लिए जल्दी जल्दी तैयार हुए और जैसे ही ऑफिस जाने के लिए उबर या ओला कैब बुक करने के लिए अपने फोन का इस्तेमाल करें तभी अचानक आपको पता चले कि आज तो दोनों कैब्स के ड्राईवर हड़ताल पर हैं तो आपका क्या हाल होगा। ये सोचना जितना मुश्किल है उससे भी ज्यादा बुरे इसके प्रभाव हैं। मोबाइल से घर बैठे ही टैक्सी की सुविधा प्रदान करने वाली कंपनी उबर और ओला के ड्राइवरों ने 18 मार्च से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने का एलान कर दिया है। बता दे, इस हड़ताल का आहावान महाराष्ट्र नवनिर्माण वाहतूक सेना द्वारा किया जा रहा है। जिसके चलते पुणे, मुंबई, बेंगलुरु, हैदराबाद और दिल्ली/एनसीआर की जनता को खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है।

दरअसल, इन दोनों कंपनियों के लिए काम करने वाले ड्राइवरों का आरोप हैं कि कंपनी ने ड्राइवरों को उनके द्वारा निवेशित पूंजी से अधिक कमाने का आश्वासन दिया था, लेकिन अब  कंपनियों के कुप्रबंधन के चलते वह अपनी लागत से अधिक तो छोड़िए, अपनी मूलभूत लागत जितना भी नहीं कमा पा रहे हैं। ऐसे में दोनों कंपनियों के लिए काम करने वालें लगभग 80,000 ड्राइवरों ने अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने का एलान कर दिया हैं।

इस बारे में महाराष्ट्र नवनिर्माण वाहतूक सेना के संजय नाइक ने बताया, कि ड्राइवरों ने 5 से 7 लाख तक का निवेश किया है, ऐसे में वे महीने में कम से कम डेढ़ लाख तक निकालना चाहते हैं। लेकिन कंपनी की मनमानी और खराब प्रबंधन के चलते आधी कमाई करने में भी सफल नहीं हो पा रहे हैं। ऐसे में ड्राइवरों की मांग हैं कि ओला और ऊबर टैक्सी को भी पीली-काली टैक्सी के नियमों के आधार पर ही चलाया जाएं। साथ ही दोनों कंपनियों द्वारा किए जा रहे गैर-कानूनी व्यवसाय को भी रोका जाएं।