Gold Sales: त्योहार के सीजन में सर्राफा बाजारों में रौनक रहती है। अक्टूबर महीना त्यौहारों का महीना है, अभी भी लोग दिवाली की तैयारियों में जुटे हुए हैं इस बीच गुरुवार को करवा चौथ मनाया गया। इस मौके पर सर्राफा बाजारों में रौनक रही। कॉन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (CAIT) एवं ऑल इंडिया ज्वैलर्स एवं गोल्डस्मिथ फेडरेशन (AIJGF) ने एक संयुक्त बयान जारी कर कहा बताया कि करवा चौथ के मौके पर कितनी खरीदारी हुई। उन्होंने कहा कि ज्वैलरी व्यापारियों को करवा चौथ के मौके पर मोटा मुनाफा हुआ है। इसके अलावा शादियों का सीजन शुरू होने वाली है, जिसके लिए लोग अभी से सोने की खरीदारी शुरू कर रहे हैं।
Gold Sales: करवा चौथ के मौके पर कितना हुआ मुनाफा
CAIT के राष्ट्रीय महामंत्री प्रवीन खंडेलवाल एवं AIJGF के राष्ट्रीय अध्यक्ष पंकज अरोड़ा ने बताया कि करवा चौथ के दिन देशभर में लगभग 3 हजार करोड़ रुपये के सोने और सोने की ज्वैलरी की ब्रिकी हुई है। पिछले वर्ष ये आंकड़ा करीब 2,200 करोड़ रुपये का रहा था। अगर पिछले साल के मुकाबले इस साल के रेट की बात करें, तो सोना महंगा हुआ है। पिछले करवा चौथ के मुकाबले इस बार सोने की कीमतें 3400 रुपये प्रति 10 ग्राम अधिक हैं। हालांकि, चांदी की रेट में गिरावट है और ये 11 हजार रुपये किलो सस्ती है।
Gold Sales: अक्टूबर-नवंबर में रहती है रौनक
CAIT के मुताबिक, राजधानी दिल्ली में 24 कैरेट सोने का दाम करीब 52 हजार रुपये प्रति 10 ग्राम है। 22 कैरेट का सोना करीब 48 हजार रुपये प्रति 10 ग्राम के भाव पर बिका है। अक्टूबर और नवंबर का महीना सोने-चांदी के व्यापार के लिए शुभ माना जाता है। इस दौरान तमाम त्योहार और फिर शादियों के सीजन की वजह से सर्राफा बाजार में रौनक ही रौनक रहती है।
बता दें कि त्योहार के सीजन में कीमतों में उछाल आया है। पिछले महीने सोने की कीमतें 49 हजार रुपये प्रति 10 ग्राम तक पहुंच गई थी। मगर त्योहार के सीजन की शुरुआत के बाद सोने की कीमतों में तेजी आयी है। हालांकि, रूस-यूक्रेन युद्ध शुरु होने के बाद फरवरी 2022 के अंत से भारत में सोने की कीमतों में गिरावट देखने को मिली है। फरवरी के अंत में 24 कैरेट सोने का भाव करीब 55,000 रुपये प्रति 10 ग्राम था, फिलहाल ये 50 हजार रुपये के आस-पास है।
Gold Sales: जानें गोल्ड रेट
IBJA Rates के मुताबिक, बीते दिन सोना 50,869 की अधिकतम दर पर बिका। बता दें कि इस गोल्ड के रेट की गणना टैक्स के बिना की गई है। सोने पर जीएसटी शुल्क अलग से देना पड़ता है। अगर आप सोने का गहना खरीदते हैं, तो जीएसटी के अलावा मेकिंग चार्ज भी लगता है। इस वजह से ज्वैलरी की कीमतें अधिक होती हैं।
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