पेट्रोल और डीजल की महंगाई की मार झेल रहे आम आदमी को थोड़ी सी राहत मिल सकती ही। पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने भरोसा जताया है कि पेट्रोल, डीजल के दामों में अगले महीने दिपावाली तक कमी आ सकती है।
पंजाब दौरे पर गए नवनियुक्त कैबिनेट मंत्री ने कहा कि अमेरिका में आई भारी बाढ़ की वजह से वहां के तेल उत्पादन में 13 फीसदी की कमी आई है। इस वजह से कच्चे तेल के दाम में वृद्धि हुई है। हालांकि उन्होंने उम्मीद जताई कि दीपावली तक पेट्रोल-डीजल के दाम कम हो जाएंगे।
तेल कंपनियों को ज्यादा मार्जिन (लाभ) दिए जाने के आरोप पर उन्होंने कहा कि तेल कंपनियों का संचालन सरकार स्वयं कर रही है। उन्होंने कहा कि हर चीज बिल्कुल साफ और पारदर्शी है। उन्होंने कंपनियों को ज्यादा मार्जिन दिए जाने के आरोप से इनकार कर दिया।
प्रधान ने एक बार फिर पेट्रोल-डीजल को जीएसटी के अंतर्गत लाने की बात दोहराई। उन्होंने कहा कि अगर ये जीएसटी के तहत आ जाते हैं, तो आम लोगों को काफी ज्यादा फायदा हो सकता है।
GST Should Cover all Petroleum Products including Petrol & Diesel to bring tax predictability. My sincere appeal to States & @GST_Council pic.twitter.com/LzjrUNtrWJ
— Dharmendra Pradhan (@dpradhanbjp) September 18, 2017
आपको बता दें कि पिछले दिनों सरकार ने पेट्रोल और डीजल की कीमतें रोज तय करने का नियम अपनाया है। इसके तहत अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में बदलाव होने पर देश में पेट्रोल और डीजल की कीमतों में भी तुरंत बदलाव किया जाता है। हलांकि सरकार की इस नीति की लगातार आलोचना हो रही है। विपक्षी पार्टियों ने इस मुद्दे को लेकर सरकार को घेरना शुरू कर दिया है। यह आलोचना काफी हद तक जायज भी है कि क्योंकि पेट्रोल की कीमत पहली बार 80 रूपए प्रति लीटर के उच्चतम स्तर तक पहुंच गयी है।
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हालांकि इस नीति को लागू करते वक्त कहा था कि इससे आम लोगों को फायदा पहुंचेगा। दरअसल अंतर्राष्ट्रीय मार्केट में कच्चे तेल की कीमतें लगातार घटी हैं। इसलिए नए नियम के तहत उपभोक्ताओं को पहुंचना चाहिए। जानकारों के मुताबिक सरकार की तरफ से लगाए जा रहे टैक्स और एक्साइज ड्यूटी की वजह से पेट्रोल और डीजल की कीमतों में बेतहाशा वृद्धि हुई है।