अब सस्ते में पूरा हो सकता है घर का सपना, RBI की रेपो रेट में कटौती से होम लोन पर EMI घटी

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अब सस्ते में पूरा हो सकता है घर का सपना
अब सस्ते में पूरा हो सकता है घर का सपना

अगर आप अपने सपनों का घर खरीदने की योजना बना रहे हैं, तो यह समय आपके लिए खासतौर पर फायदेमंद हो सकता है। भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) ने 7 जून को रेपो रेट में 0.50 प्रतिशत की कमी की घोषणा की है, जिससे अब यह दर घटकर 5.5 प्रतिशत हो गई है। फरवरी 2025 से अब तक RBI रेपो रेट में कुल मिलाकर 1 प्रतिशत की कटौती कर चुका है।

इस ताजा फैसले का सीधा लाभ होम लोन ग्राहकों को मिल रहा है। कई प्रमुख बैंकों ने अपनी ब्याज दरों में कटौती की है, जिससे लोन की मासिक किश्त यानी EMI पहले की तुलना में कम हो गई है। राहत की बात यह है कि यह बदलाव न केवल नए ग्राहकों के लिए, बल्कि मौजूदा लोन लेने वालों पर भी लागू होगा।

बैंक ऑफ बड़ौदा ने घटाई ब्याज दर

RBI की इस कटौती का लाभ बैंक ऑफ बड़ौदा ने सीधे अपने ग्राहकों को देने का फैसला किया है। बैंक ने अपनी Repo Linked Lending Rate (RLLR) में 50 बेसिस प्वाइंट की कटौती करते हुए इसे 8.15 प्रतिशत कर दिया है। बैंक की वेबसाइट के मुताबिक, फिलहाल होम लोन की शुरुआती ब्याज दर 8 प्रतिशत से शुरू हो रही है। हालांकि यह स्पष्ट नहीं है कि ये दरें हालिया संशोधन के बाद अपडेट हुई हैं या नहीं।

PNB की भी सौगात – EMI और कम

पंजाब नेशनल बैंक (PNB) ने भी अपने ग्राहकों को बड़ी राहत दी है। बैंक ने अपनी RLLR को 8.85 प्रतिशत से घटाकर 8.35 प्रतिशत कर दिया है, जो 9 जून से लागू होगी। PNB ने सोशल मीडिया पर जानकारी साझा करते हुए कहा, “अब EMI पहले से और सस्ती होगी।” इसके अनुसार, PNB में होम लोन की शुरुआती ब्याज दर 7.45 प्रतिशत होगी, जबकि वाहन लोन पर ब्याज दर 7.80 प्रतिशत सालाना तय की गई है।

बैंक ऑफ इंडिया की नई दरें

बैंक ऑफ इंडिया ने भी ब्याज दरों में 50 बेसिस प्वाइंट की कटौती की है, जिससे अब उसकी RLLR घटकर 8.35 प्रतिशत हो गई है। यह जानकारी बैंक की एक्सचेंज फाइलिंग के माध्यम से सामने आई है। इस बदलाव से होम लोन की EMI में और कमी आना तय है।

यूको बैंक ने घटाई MCLR

यूको बैंक ने अपने ग्राहकों को राहत देते हुए इस बार MCLR (मार्जिनल कॉस्ट ऑफ फंड्स बेस्ड लेंडिंग रेट) में बदलाव किया है। बैंक ने इसमें 10 बेसिस प्वाइंट की कटौती की है, जो 10 जून से प्रभाव में आएगी।

लोन की EMI घटी, बचत बढ़ी

लगातार दूसरी बार रेपो रेट में कटौती का असर अब सीधे ग्राहकों तक पहुंच रहा है। विशेष रूप से वे ग्राहक जिनके लोन रेपो लिंक्ड रेट (RLLR) पर आधारित हैं, उनकी मासिक किश्त अब पहले से कम हो गई है। यानी अब घर खरीदना न सिर्फ आसान बल्कि थोड़ा सस्ता भी हो गया है।