उत्तर प्रदेश की बागड़ोर संभालते ही आदित्यनाथ योगी एक्शन में आ गए हैं। यूपी को बदलने की चुनौती है, इसलिए सीएम योगी प्रदेश के हर आला अधिकारियों के साथ बैठककर पूरा राजकाज का मैप तैयार करने में जुट गए हैं। सीएम योगी का अस्तित्व सदैव एक सख्त नेता के रुप में रहा है। लेकिन सवाल यह है कि सीएम बनने के बाद उनका अल्पसंख्यकों को लेकर क्या रुख रहेगा। उन्होंने साफतौर पर कहा कि उनकी सरकार किसी भी भेदभाव के साथ सबके हित में काम करेगी, जिसके अंतरगत सबका साथ सबका विकास सरकार चलाने का फार्मूला होगा।
सीएम योगी ने साफ तौर पर कहा कि कार्यकाल के दौरान भ्रष्टाचार और जश्न के नाम पर कोई बदतमीजी बर्दाश नहीं की जाएगी। उन्होंने 15 दिन के अंदर अपने सभी मंत्रियों से उनके संपत्ति का ब्योरा मांगा है। योगी जानते है कि उनका टॉस्क कितना बड़ा है। यूपी चुनाव में अखिलेश सरकार ने नारा दिया था कि काम बोलता है, लेकिन जनता ने उसे एक सिरे से नकार दिया। इसलिए शायद सीएम बोल कम रहे है और एक्शन के मूड में ज्यादा दिख रहे हैं।
इसी खास पेशकस को लेकर एपीएन के स्टूडियों में आज ”योगी के आगाज़ में दिखा अलग अंदाज, एक्शन योगी की टास्क फोर्स करेगी काम-काज?” के इस मुद्दे पर चर्चा की गई। इस मुद्दे पर अपने मतों को रखने के लिए अलग अलग क्षेत्र के कुछ खास विशेषज्ञों को शामिल किया गया। जिसमें आनंद साहू (नेता, बीजेपी), द्विजेंद्र त्रिपाठी (प्रवक्ता, यूपी कांग्रेस), जगदेव सिंह यादव (प्रवक्ता, सपा) और गोविंद पंत राजू (सलाहकार संपादक, APN) उपस्थित रहें। शो का संचालन एंकर हिमांशु दीक्षित ने किया।
आनंद साहू ने कहा कि प्रत्येक सरकार का अपना एक मिशन होता है जिसके तहत वो अपने राजकाज को निर्धारित करते हैं। समय आने पर सीएम के कर्तव्य के साथ प्रदेश में विकास भी दिखेगा। रही बात कृषी की तो कृषी के क्षेत्र में क्रान्तिकारी विकास तभी संभव है, जब यूपी के किसानों की आय दोगुनी कर दी जाए। और जब तक यह काम नहीं होगा तब तक देश के किसानों की आय दोगुनी नहीं हो पाएगी।
जगदेव सिंह यादव ने कहा कि सपा सरकार ने बिना किसी भेदभाव के प्रदेश की जनता के लिए काम किया है। आरोप लगाना बेहद आसाना होता है! लेकिन करनी और कथनी में अंतर होती है। अब तो राज्य और केन्द्र में बीजेपी की सरकार है, हो सके तो अब विकास कर के दिखाए।
द्विजेंद्र त्रिपाठी ने कहा कि योगी के सामने विकास की चुनौतियां हैं। उन्होंने अपने पहले घोषणापत्र में किसानों के बेहतरी की बात की है। पूर्वांचल के कई राज्यों में कृषी संसाधनों की कमी है, जिसके लिए उन्हें कानून व्यवस्था से लेकर किसानों के हालत बदलने तक हर मोर्चे पर खुद को साबित करना होगा। हम विरोधी राजनीति नहीं करना चाहते। सरकार पर दबाव है, जनता उन्हे पूर्ण समर्थन दे रही है और विपक्षी भी समर्थन देने को तैयार है।
गोविंद पंत राजू ने कहा कि राज्य की बेहतरी इसी में है कि वह अपने फायरब्रांड से ना निकले। लेकिन यह फायरब्रांड हिंदू की न होकर सीएम की हो। काम, योजनाओं के प्रति नाकारा अधिकारी जो बहाने हैं, वह उन सबको ध्वस्त करने लायक फायर ब्रांड बने जो यूपी की जनता चाहती हैं। उन्होंने आगे बताया कि “पूत के पाव पालने में ही दिख जाते है” योगी ने गद्दी संभालते ही सबसे पहले अपने मंत्रियों के संपत्ति का ब्योरा मांगा है।