Mahant Narendra Giri Death Case : अखाड़ा परिषद अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि (Mahant Narendra Giri) की संदिग्ध मौत (Suspected suicide) का मामले में स्वामी आनंद गिरी (Anand Giri) को पुलिस ने कोर्ट में पेश किया था। इसके बाद सीजेएम हरेंद्र तिवारी ने आनंद गिरि 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। आनंद गिरि के साथ ही दूसरे आरोपी लेटे हनुमान मंदिर के पुजारी आद्या तिवारी को भी कोर्ट में पेश किया गया था। बता दें कि कोर्ट ने दोनों को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है।
नरेन्द्र गिरी को आत्महत्या के लिए उकसाने के आरोपी आनन्द गिरी और आद्या तिवारी को मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट की अदालत में पेश किया गया। दोनों पर महंत नरेन्द्र गिरी को आत्महत्या के लिए उकसाने का आरोप लगा है। भारी पुलिस बल के साथ दोनों आरोपियों को सी जे एम हरेन्द्र कुमार की कोर्ट में आज पेश किया गया था।
बता दें कि अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष और बाघंबरी मठ के प्रमुख महंत नरेंद्र गिरि (Mahant Narendra Giri) की मौत मामले में यूपी पुलिस ने जांच तेज कर दी है। महंत नरेंद्र गिरि के शिष्य रहे स्वामी आनंद गिरि (Swami Anand Giri) को यूपी पुलिस हरिद्वार से प्रयागराज लेकर आई थी। आनंद गिरि को पुलिस लाइन में रखा गया था। आज उनकी कोर्ट में पेशी थी।
आधा दर्जन से ज्यादा व्यक्तियों को हिरासत में लेकर की गई थी पूछताछ
महंत नरेंद्र गिरि की संदिग्ध स्थिति में मौत मामले में प्रयागराज पुलिस ने कई राजनीतिक दलों से जुड़े लोगों के साथ-साथ आधा दर्जन से ज्यादा व्यक्तियों को हिरासत में लिया गया था। सभी लोगों से पूछताछ की गई थी। पुलिस के अनुसार महंत नरेंद्र गिरि को वाई श्रेणी की सुरक्षा मिली हुई थी। उनके गनर से भी पूछताछ की गई है।
प्रयागराज के बाघंबरी गद्दी व लेटे हनुमानजी के महंत आचार्य नरेंद्र गिरि का शव कल उनके आश्रम के कमरे में मिला था। मठ में उनकी लाश फांसी के फंदे से लटकती मिली थी। संदिग्ध हालत में महंत की मौत के बाद पुलिस को 8 पन्नों का सुसाइड नोट भी मिला, जिसके बाद देर रात ही उनके शिष्य आनंद गिरि को हरिद्वार से हिरासत में लिया गया था। पुलिस के अनुसार, महंत नरेंद्र गिरि ने अपने सुसाइड नोट में आनंद गिरि के ऊपर प्रताड़ना का आरोप लगाया था।