Delhi University में इस साल सबसे कम आवेदन

0
342
Delhi University ने बदला P.hD का नियम, अब ऑनलाइन मोड में जमा होंगे थीसिस; पोर्टल लॉन्च
Delhi University ने बदला P.hD का नियम, अब ऑनलाइन मोड में जमा होंगे थीसिस; पोर्टल लॉन्च
Delhi University (DU) के स्नातक (UG) कोर्सेज में Admission के लिए इस साल में सबसे कम आ‌वेदन आए हैं। पिछले साल 2020 की तुलना में इस बार करीब 26% कम छात्रों ने आवेदन किया है। इस बार 2,87,223 छात्रों ने जबकि पिछले साल 3,53,974 छात्रों ने आवेदन किया था। जबकि इस साल CBSE में 95% से ज्यादा अंक पाने वाले छात्र ही 70 हजार से अधिक है, बीते साल 38 हजार थे।


CBSE के 2.29 लाख छात्रों के आवेदन


लगातार दो साल से आवेदकों में CBSE से 12वीं Exam पास करने वाले छात्रों का प्रतिशत एक बराबर करीब 80% ही है। इस बार CBSE के 2.29 लाख Students ने आवेदन किया है जबकि पिछले साल उनकी संख्या 2.85 लाख थी। अन्य बोर्डों में Haryana Board के 9918 छात्रों, CISE के 9659 छात्रों, UP बोर्ड के 8007 छात्रों और Kerala Board के 4824 छात्रों ने आवेदन किया है। राजस्थान बोर्ड के 4789, बिहार बोर्ड के 4470 व MP बोर्ड के 1827 Students ने आवेदन किया है। आवेदकों में 2934 छात्र Open School और 1806 छात्र जम्मू-कश्मीर बोर्ड के भी हैं।

केरल से बढ़ी आवेदको की संख्या
 
राज्यवार आवेदकों में दिल्ली सबसे ऊपर है, दिल्ली के सभी छात्र CBSE स्कूलों में ही पढ़ते हैं, इसलिए दिल्ली से आवेदकों की संख्या 1.15 लाख है। दूसरे पायदान पर 55 हजार आवेदन उत्तर प्रदेश, 38 हजार हरियाणा, 16 हजार बिहार व 11 हजार राजस्थान के छात्र हैं। सभी राज्यों से आवेदनों की संख्या में इस बार गिरावट है लेकिन केरल में पिछले साल 5,227 की तुलना में इस बार 6380 छात्रों ने आवेदन किया है।
  
 Sports कोटे से एडमिशन में आवेदन 20 से 25% तक घटे
 
कुल 2,87,223 आवेदनों में से 1,49,992 लड़कियों व 1,37,271 लड़कों के आवेदन हैं यानी आवेदकों में 9% लड़कियां अधिक हैं, पर सामान्य वर्ग में इस बार 94,921 लड़कियों ने आवेदन किया है, जो लड़कों (70,653) से करीब 34% ज्यादा हैं। Sports कोटे से दाखिले के लिए इस बार आवेदन पिछले साल की तुलना 20-25% तक कम आए हैं। लेकिन ईसीए श्रेणी में डिबेट, क्विज व म्यूजिक उप-श्रेणी में 60 फीसदी से ज्यादा की बढ़ोत्तरी हुई है।
  
 कम अंक वालों ने नही किया आवेदन
  
जानकारी के अनुसार इस साल Admission विंडो कम समय के लिए खुलना आवेदनों में कमी की वजह हो सकती है। पिछले साल 20 जून से 31 अगस्त तक विंडो खुली थी, जबकि इस बार 1 से 31 अगस्त तक ही आवेदन हुए। छात्र ज्यादा रियलिस्टिक हो रहे हैं और पहले जैसी गलतियां नहीं दोहरा रहे हैं। उन्हें पता है कि डीयू (DU) के लिए ज्यादा अंक जरूरी है, इसलिए कम अंक वालों ने आवेदन ही नहीं किया।

ये भी पढ़ें: 

मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने दिल्ली विश्वविद्यालय में एस्मा पर सफाई दी

एनसीबी ने तीन नामी यूनिवर्सिटी के चार छात्रों को चरस के साथ किया गिरफ्तार

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here