किसान कृषि कानून के विरोध में लंबे समय से किसान आंदोलन कर रहे है। लगभग 8 महीनो बाद यह आदोलन एक नए पड़ाव पर पहुंच गया है। किसान अब जंतर मंतर पर प्रदर्शन करने के लिए पूरी तरह से तैयार हो चुके है। वहां करीब 200 किसान प्रदर्शन करेंगे, यह किसान आंदोलन संसद की तरह होगा। सिंघु, टिकरी और गाजीपुर बॉर्डर से बसों में लदकर किसान जंतर-मंतर पहुंचना शुरू कर दिया है।
किसानों के नए प्रदर्शन को देखते हुए दिल्ली के कई जगह टिकरी, सिंघु, गाजीपुर बॉर्डर और जंतर-मंतर पर सुरक्षा को बढ़ा दिया गया है। प्रदर्शन शुरू होने से पहले ही अलग-अलग इलाकों से किसानों का दिल्ली पहुंचना शुरू हो गया है। किसानों कि बड़ी यंख्या बसों से जंतर मंतर पहुंच रही है। किसान यहां पर सुबह 11 बजे से लेकर शाम 5 बजे तक संसद लगाएंगे।
किसानों के नेता राकेश टिकैत गुरुवार सुबह गाजीपुर बॉर्डर से सिंघु बॉर्डर पहुंचे। राकेश टिकैत के अनुसार, बसों से सबसे पहले सिंघु बॉर्डर पहुंचा जाएगा। राकेश टिकैत ने कहा कि हमारा संघर्ष पिछले आठ महीने से जारी है। हम शांतिपूर्ण तरीके से अपनी बातों को सरकार के सामने रखना चाहते हैं. किसान नेता ने कहा कि जबतक संसद का सत्र चलेगा, हम लोग जंतर-मंतर पर ही अपनी किसान संसद चलाएंगे।
किसान के नेता प्रेम सिंह भांगू का कहना है कि हमारा अगला लक्ष्य उत्तर प्रदेश रहेगा। पांच सितंबर से इसकी शुरुआत होगी, हम बीजेपी को अलग-थलग करना चाहते हैं। तीनों कृषि कानूनों को वापस करने के अलावा कोई रास्ता नहीं है. किसानों की ओर से पहले ही जंतर-मंतर आने का ऐलान किया जा चुका था। ऐसे में दिल्ली पुलिस के साथ चर्चा चल रही थी, बीते दिन डीडीएमए ने 200 किसानों को प्रदर्शन करने का इजाजत दे दिया। ये किसान 5 बसों में जंतर मंतर पहुंचेंगे, शाम पांच बजे तक वहां रहेगे। दिल्ली पुलिस ने प्रदर्शन को देखते हुए कड़ी सुरक्षा लगा दी है, सीसीटीवी से भी नज़र रखेंगे।