पूरे देश में आज भारतीय जनसंघ के संस्थापक रहे डॉक्टर श्यामा प्रसाद मुखर्जी की 120वीं जयंती मनाई जा रही है। 6 जुलाई 1901 को कोलकाता में मुखर्जी जी का जन्म हुआ था। 1953 में श्यामा प्रसाद जी बिना परमिट के जम्मू-कश्मीर घुमने निकले थे, जहां उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया था। 23 जून, 1953 में जेल में ही उनका देहांत हो गया।
इस मौके पर देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी नें श्याम जी को याद करते हुए लिखा की श्याम प्रसाद जी ने अपना जीवन भारत की एकता और प्रगती में दान दे दिया। वहीं ट्वीट करते हुए लिखा की मैं डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी को उनके जयंती पर नमन करता हूं.और उन्होने अपना जीवन भारत की एकता और प्रगति के लिए समर्पित कर दिया। वो एक विद्वान और बुद्धिजीवी के रूप में अपना छवि बनाया है।
वहीं भाजपा ने भी अपने अधिकारिक ट्विटर हैंडल से ट्वीट करते हुए लिखा की, ‘ भारत की एकता एवं अखंडता के लिए अपने प्राणों को त्याग देने वाले, महान राष्ट्रवादी विचारक जनसंघ के संस्थापक एवं हमारे मार्ग दर्शक डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी को उनकी जयंती पर शत्-शत् नमन।’
साथ ही केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने भी उनकी जयंती पर ट्वीट करते हुए लिखा की , ‘’देशभक्त और राष्ट्रवादी डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने भारत की एकता और अखंडता के लिए अपना जीवन त्याग कर दिया। हमारे प्रेरणा स्त्रोत व एक प्रखर राष्ट्रवादी विचारक श्रद्धेय डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी की जयंती पर मेरा उन्हें कोटि-कोटि नमन।
हम आपको बता दें कि मुखर्जी जी भारतीय जनसंघ के संस्थापक सदस्यों में से एक थे। उन्होने जम्मू-कश्मीर में लगाए गए अनुच्छेद 370 के खिलाफ आवाज उठाने वाले लोगों में एक थे ओर उनका नाम सबसे पहले आता है। श्यामा प्रसाद मुखर्जी जी स्वतंत्र भारत की पहली कैबिनेट में मंत्री भी रह चुके थे।