उत्तराखंड के नए मुख्यमंत्री के लिए नाम चुन लिया गया है। उधमसिंह नगर जिले के खटीमा से दो बार भाजपा से विधायक रहे पुष्कर सिंह धामी आज सीएम पद की शपथ ले सकते हैं। तीरथ सिंह रावत के बाद राज्य का कार्यभार धामी के सर पर होगा। साथ ही साल 2022 में होने वाले विधानसभा चुनाव की जिम्मेदारी भी इनके उपर ही है। भारतीय जनता पार्टी के राज्य मुख्यालय में बतौर पर्यवेक्षक केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर, पार्टी मामलों के प्रभारी दुष्यंत कुमार गौतम और निवर्तमान मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत की मौजूदगी में हुई पार्टी विधायक दल की बैठक में उनका नाम सबके सहमती से तय किया गया है। पुष्कर रविवार यानी आज मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे।

पुष्कर सिंह का RSS से है करीबी रिस्ता
45 वर्षीय पुष्कर सिंह धामी छात्र राजनीति से जुड़े है। यही नहीं महाराष्ट्र के राज्यपाल और प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री भगत सिंह कोश्यिारी के काफी करीबी माने जाते हैं और कहा जाता है कि कोश्यिारी ने उन्हें उंगली पकड़कर राजनीति का रास्ता दिखाया था। धामी को राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (RSS) का भी काफी करीबी माना जाता है। धामी साल 2002 से 2008 उत्तराखंड बीजेपी युवा मोर्चा के अध्यक्ष पद पर थे। साल 2012 से 2017 तक वे विधायक रह चुके हैं। फिर 2017 में हुए उत्तराखंड विधानसभा चुनाव में जीत मिली।

धामी का परिवार
पुष्कर सिंह धामी के पिता भारतीय सेना में थे। देश की सेवा में उनका बड़ा योगदान था। परिवार धामी तीन भाई बहन हैं। धामी का जन्म गांव टुण्डी, पिथौरागढ़ में हुआ है उन्होंने HR मैनेजमेंट और Industrial Relations में पीजी और एलएलबी की पढाई पूरी की है।

धामी की कर्मभूमि है खटीमा
जब मुख्यमंत्री पद के लिए पुष्कर सिंह धामी का नाम चुना गया और लोगों को जब पता लगा तो लोगों ने उनके नाम के नारे लगाना शुरू कर दिए, और फूल-मालाओं से उनको लाद दिया गया। समर्थकों के जयकारों के बीच धामी ने बताया कि वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित अपने पूरे केंद्रीय नेतृत्व का आभार व्यक्त करते हैं कि इस जिम्मेदारी के लिए उन पर भरोसा जताया गया है,और उन्होंने कहा कि वह पिथौरागढ़ के सीमांत क्षेत्र कनालीछीना में एक पूर्व सैनिक के घर में पैदा हुए हैं लेकिन खटीमा उनकी कर्मभूमि के रूप में है