PM Modi ने शनिवार को राष्ट्रीय राजधानी में दो दिवसीय ग्लोबल मिलेट्स कॉन्फ्रेंस (Global Millets Conference) का उद्घाटन करते हुए डाक टिकट जारी किया है। उन्होंने कहा, “मुझे गर्व है कि भारत ‘अंतर्राष्ट्रीय बाजरा वर्ष’ का नेतृत्व कर रहा है। ग्लोबल मिलेट्स सम्मेलन जैसे आयोजन न केवल ग्लोबल गुड के लिए आवश्यक हैं बल्कि ग्लोबल गुड के लिए भारत की बढ़ती जिम्मेदारी का प्रतीक भी हैं।”
अभियान की अगुवाई कर रहा है भारत
पीएम मोदी ने कहा कि भारत के प्रस्ताव और प्रयासों के बाद ही संयुक्त राष्ट्र ने 2023 को अंतर्राष्ट्रीय मिलेट्स वर्ष घोषित किया। जब विश्व अंतर्राष्ट्रीय मिलेट्स वर्ष मना रहा है तब भारत इस अभियान की अगुवाई कर रहा है। ग्लोबल मिलेट्स कॉन्फ्रेंस इसी दिशा का एक महत्वपूर्ण कदम है।
100 से अधिक देशों की होगी भागीदारी
केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा, “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पहल पर संयुक्त राष्ट्र द्वारा 2023 को अंतर्राष्ट्रीय बाजरा वर्ष घोषित किए जाने के परिणामस्वरूप ‘श्री अन्ना’ की घरेलू और वैश्विक मांग बढ़ी है।” वैश्विक सम्मेलन में 100 से अधिक देशों की भागीदारी देखने की उम्मीद है, और दुनिया भर से कई हितधारक इस कार्यक्रम में भाग लेंगे।
5 मार्च, 2021 को संयुक्त राष्ट्र महासभा (UNGA) ने भारत के प्रस्ताव को स्वीकार करते हुए 2023 को अंतर्राष्ट्रीय बाजरा वर्ष (IYM) घोषित किया। इस घोषणा के माध्यम से, UNGA का उद्देश्य खाद्य सुरक्षा और पोषण के लिए पोषक अनाज (बाजरा) के बारे में जागरूकता बढ़ाना, R&D और विस्तार में निवेश बढ़ाना और मोटे अनाज के उत्पादन, उत्पादकता और गुणवत्ता में सुधार के लिए हितधारकों को प्रेरित करना है।
यह भी पढ़ें: