भारतीय नेवी के जवान सूरज दुबे को चेन्नई से अगवा कर महाराष्ट्र के पालघर में जला कर हत्या कर दी गई। सूरज झारखंड के पलामू जिले के चैनपुर थाना क्षेत्र के पूर्वडीहा गांव के रहने वाले थे। उनकी उम्र महज 28 साल बताई जा रही है। जवान सूरज दुबे 30 जनवरी से लापता थे 5 फरवरी को वह घायल स्थिति में मुंबई में मिले।
अधजली हालत में 2 घंटे तक जंगलों में घूमता रहा जवान
जलने से सूरज बुरी तरह घायल हो गए थे। जिसके कारण उनकी मौत हो गई। खबर है कि अपराधियों ने उन्हें जला कर छोड़ दिया था , अपनी जान को बचाने के लिए सूरज पालघर के जंगलों में 2 घंटे तक घूमते रहे। सूरज की मौत ने पूरे परिवार को तोड़ दिया है।
आपको बता दें कि सूरज दुबे नेवी का जवान थे। उसकी ड्यूटी हैदराबाद के कोयबटूर में थे। वह छुट्टी पर गए थे। वह 30 जनवरी को ड्यूटी ज्वाइन करने के लिए अपने घर से निकला थे, पर जब वह तय समय पर ड्यूटी पर नहीं पहुंचा तो घरवालों को उसकी ड्यूटी पर नहीं पहुंचने की सूचना मिली। घरवालों ने अपने स्तर से सभी जगह पर पता लगाया, लेकिन पता नहीं चला।
हाल ही में हुई थी सगाई
घर वालों की शिकायत पर पुलिस हरकत में आयी पता लगाया तो उनका मोबाइल का अंतिम लोकेशन चेन्नई में मिल रहा था। परिजनों के अनुसार हैदराबाद पहुंचने तक उससे बात हुई थी, लेकिन उसके बाद उसका दोनों नंबर बंद मिलने लगा। पिता के अनुसार में उसकी सगाई हुयी थी और उसकी शादी अप्रैल में होने वाली थी।
आज शनिवार को सुबह फोन आया कि सुरज की मौत हो गई। मौत की सूचना मिलते ही परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है। जैसा कि उसके परिजनों को मुंबई पुलिस से जानकारी मिली, उसके मुताबिक जवान को जलाकर किसी ने नाले में फेक दिया था। जानकारी मिलने के बाद पुलिस ने जवान को अस्पताल में भर्ती कराया था। जहां इलाज के दौरान नेवी जवान की मौत हो गयी।
30 जनवरी से थे गायब
परिजनों के अनुसार 30 जनवरी की सुबह आठ बजे सूरज घर से निकला था। शाम चार बजे रांची से हैदराबाद के लिए उसकी फ्लाइट थी। जिससे वह 30 जनवरी की शाम में 6:30 बजे हैदराबाद पहुंच गया था और उसके बाद घरवालों से बात भी की। पुलिस छानबीन में चेन्नई तक लोकेशन मिला है।
इस घटना पर अब केंद्र और महाराष्ट्र की राजनीति भी गरमा गई है। बीजेपी नेता राम कदम ने कहा कि राज्य में अराजकता का माहौल है। यहां कोई सुरक्षित नहीं है, ना तो साधु ना तो जवान।
राम कदम ने उद्धव ठाकरे पर निशाना साधते हुए कहा, पालघर में साधुओं को बेरहमी से पीट-पीटकर हत्या कर दी गई थी। अब भी पूरे साधु समाज को सरकार से न्याय मिलने का इंतजार है।राज्य सरकार को उन्हें न्याय दिलाना होगा।