Pakistan: पाकिस्तान की आर्थिक हालात लगातार खराब होती जा रही है।आर्थिक तौर पर दिवालिया होने की कगार पर खड़े इस मुल्क को अब एक ओर बड़ा झटका लगा है।अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोष ने पाकिस्तान को कर्ज देने से इनकार कर दिया है।जानकारी के अनुसार आईएमएफ ने पाकिस्तान सरकार से बजट की जानकारी मांगी थी।जिसे शाहबाज सरकार देने में नाकाम साबित रही।
बेहद बदहाल दौर से गुजर रहे पाकिस्तान को तत्काल 10 अरब डॉलर विदेशी ऋण की जरूरत है।ऐसे में शाहबाज सरकार ने सरकारी कर्मचारियों के मासिक वेतन में 10% कटौती करने की योजना बनाने के निर्देश भी दे दिए हैं।
Pakistan : वित्तीय सहायता की गुहार
हालांकि पाकिस्तान सरकार ने कुछ दिन पहले अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोष से देश में समीक्षा के लिए टीम भेजने का आग्रह किया था।इस आग्रह को ठुकरा दिया गया।इसके साथ ही पाकिस्तान ने कई अन्य देशों से भी वित्तीय सहायता की गुहार लगाई थी।
Pakistan: खराब मुद्रास्फीति से जूझ रहा देश
पाकिस्तान में मौजूदा समय में गैस की कीमतों में 70 और बिजली की कीमतों में 30 प्रतिशत तक की बढ़ोतरी की गई है। सरकार आने वाले दिनों में सरकारी कर्मचारियों के वेतन में भी 10 प्रतिशत तक की कटौती कर सकती है।कुछ मंत्रालयों के खर्च में 15 प्रतिशत तक की कटौती की योजना है। पाकिस्तान कई वर्षों में अपनी सबसे खराब मुद्रास्फीति से जूझ रहा है और दिवालिया होने की कगार पर है।
जानकारी के अनुसार स्टेट बैंक ऑफ पाकिस्तान का विदेशी मुद्रा भंडार इस सप्ताह गिरकर 4.343 बिलियन डॉलर के निम्नतम स्तर पर पहुंच गया है। पाकिस्तान ने साल 2019 में 6 बिलियन डॉलर का बेलआउट हासिल किया था, जोकि इस साल की शुरुआत में घटकर महज 1 बिलियन डॉलर रह गया। पाकिस्तान ने आर्थिक संकट से उबरने के पिछले साल से आईएमएफ सहित कई देशों से मदद मांगी। बावजूद इसके आर्थिक सहायता प्राप्त करने में नाकाम रहा है। हाल ही में यूएई ने भी पाकिस्तान को 2 मिलियन डॉलर का कर्ज दिया था।
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